19363 अभ्यर्थियों में से केवल 9354 ही हुए सम्मिलित
वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके नोबेल कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच रविवार को आयोजित खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा में आधे से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा देने ही नहीं आए।
अयोध्या। वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके नोबेल कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच रविवार को आयोजित खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा में आधे से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा देने ही नहीं आए। दोपहर 12:00 से 2:00 के बीच संपन्न इस परीक्षा में 51.59 फीसदी छात्र अनुपस्थित रहे, जबकि 48.31 फ़ीसदी अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी। जनपद में यह परीक्षा सकुशल और शांति पूर्वक संपन्न हो गई।
खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने पूरे जनपद को 7 जोन और 15 सेक्टर में बांटकर जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की थी। जिले के 41 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा के लिए कुल 19363 अभ्यर्थियों को बुलावा पत्र भेजा गया था। परीक्षा को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से जारी सप्ताहांत के दो दिवसीय शनिवार और रविवार के लाकडाउन में परीक्षा से जुड़े लोगों को लाकडाउन से ढील दी गई थी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा के अभ्यर्थियों तथा परीक्षा से जुड़े लोगों के आवाजाही के लिए वाहनों के आवागमन की छूट दी गई थी तथा प्रवेश पत्र और ड्यूटी कार्ड को ही पास के रूप में माना गया।सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में आयोजित होने वाली इस परीक्षा में भी निषेधाज्ञा और कोरोना के नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराया गया।
खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा के नोडल अधिकारी जिले के मुख्य राजस्व अधिकारी ने रविवार को बताया कि दोपहर 12:00 से 2:00 के बीच आयोजित इस परीक्षा में जिले में 19363 अभ्यर्थियों के लिए कुल 41 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। सभी परीक्षा केंद्रों पर केंद्राध्यक्ष के अलावा 1-1 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे।जनपद में
कुल 10 हजार नौ अर्थात 51.69 फीसदी अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे, जबकि तीर्थ 9354 अर्थात 48.31 फीसदी अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी। कहीं से किसी प्रकार की अनियमितता और अव्यवस्था की खबर नहीं है।