मदर्स डे पर बुजुर्ग माताओं को किया गया सम्मान
अयोध्या। दुनिया का सबसे खूबसूरत व भावुकता भरा रिश्ता माँ से होता है, माँ प्रथम पाठशाला होती है। यह बातें रामनगर कालोनी स्थित मुस्कान माखेजा के आवास पर आयोजित मदर्स डे के अवसर पर आयोजित बुजुर्ग माताओं के सम्मान समारोह के अवसर पर सिन्धु महिला परिवार की अध्यक्ष मुस्कान सावलानी ने कहीं। उन्होंने कहा कि माँ दुनियादारी की बातों के अलावा विषम परिस्थितियों में मुकाबला करना भी सिखाती है। घर के आॅंगन से लेकर रसोई तक की बातों व कार्यों को माँ ही सिखाती है। माँ जैसा रिश्ता इ स दुनिया में कुछ भी नहीं हो सकता है। समारोह की अध्यक्षता कर रहीं शान्ती नारंग ने कहा कि महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा था कि मेरी पहली शिक्षक मेरी माँ है। महिला परिवार की प्रवक्ता नीलम राहेजा ने कहा कि छोटी उम्र से लेकर बड़ी उम्र तक पग-पग पर माँ की सब कुछ सिखाती है। प्रवक्ता श्रीमती राहेजा ने बताया कि समारोह का संचालन चम्पा बजाज ने किया। इस मौके पर 11 बुजुर्ग माताओं का जिसमें राधा कालानी, केवल लधानी, दादा देवी लखमानी, कमला देवी, सुरी देवी माखेजा, सुशीला देवी माखेजा, शान्ती मंध्यान, ईश्वरी देवी चावला, कलतारी वरियानी, लाजवन्ती राहेजा, प्रिभी देवी, सावित्री मंध्यान, मीरा देवी का माला पहनाकर व शाल ओढ़ाकर महिला परिवार की टीम ने सम्मानित किया व आशीर्वाद लिया। प्रवक्ता ने बताया कि इस मौके पर केक काटा गया। इस मौके पर महिला परिवार की अमीषा काछेला, वंशिका खत्री, पूनम आडवानी, सीमा रामानी, पूजा संगतानी, कोमल लखमानी, मुक्ता मंध्यान, कंचन काछेला, बबिता माखेजा, भारती खत्री, जमुना माखेजा, एकता जीवानी, माया माखेजा, बबिता चावला, मोनिका साधवानी आदि मौजूद थीं।