-मिल्कीपुर मंडल में 9 नए बाल संस्कार केंद्र खोले जाएंगे
मिल्कीपुर। पुनीत फाउंडेशन और सेवा भारती द्वारा अयोध्या के सिधौना गांव में बाल संस्कार केंद्र की स्थापना करना एक सराहनीय कदम है, जिससे निर्धन और साधन विहीन बच्चों को शिक्षा और संस्कार मिलेंगे। इस पहल से न केवल बच्चों को शिक्षा मिलेगी, बल्कि उन्हें संस्कार और आत्मविश्वास भी मिलेगा, जिससे वे भविष्य में राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।
मिल्कीपुर शिक्षा क्षेत्र के सिधौना गांव में पुनीत फाउंडेशन एवं सेवा भारती ने बाल संस्कार केंद्र की मोहल्ला कक्षा का शुभारम्भ किया गया। इसमें क्षेत्र के निर्धन एवं साधन विहीन बच्चों को शिक्षा दी जाएगी। पढ़ने वाले बच्चों को शैक्षिक सामग्री एवं आवश्यक स्टेशनरी सामग्री का वितरण भी किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह रमाशंकर ने सेवा विभाग के कार्यों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए संस्कार केंद्रों की उपयोगिता को बताया और कहा कि यही बच्चे संस्कार शाला से सीखकर कल को राष्ट्र का निर्माण करेंगे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय विद्यापीठ इंटर कॉलेज पिठला कुमारगंज के प्रधानाचार्य डॉ रमेश मिश्र ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे मिट्टी के समान की तरह होते हैं जिन्हें गढ़ना, आकार देना शिक्षक का कार्य है। एक दिन फिर वही मिट्टी का बर्तन चमकने लगता है। इस तरीके से जब बाल कल से अच्छी शिक्षा मिलेगी तो उन्ही छात्र आगे चलकर राष्ट्र का निर्माण करेंगे।
जिला सेवा प्रमुख पुष्कर दत्त तिवारी ने बताया कि सेवा विभाग के चार आयाम चलते हैं। जिसमें शिक्षा, स्वावलंबन, स्वास्थ्य, सामाजिक जिस बस्ती में जिसकी आवश्यकता है उस आयाम का केंद्र वहां सेवा भारती की ओर से खोल दिया जाता है। इनके माध्यम से निशुल्क उनको संस्कार दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि भारत देश को विश्व गुरु बनाने में हमारा सभी का सहयोग जरूरी है। खंड सेवा प्रमुख आकाश सिंह ने कहा सेवा विभाग का काम समाज में सामाजिक समरसता लाना है। बालक बालिकाओं के भीतर सामर्थ्य का असीम भण्डार छुपा हुआ है, जिसे प्रकट करने के लिए जरूरी है उत्तम संस्कारों का सिंचन, उत्तम चारित्रिक शिक्षा एवं भारतीय संस्कृति के गौरव का परिचय ।
उन्होंने कहा कि सेवा विभाग की ओर से समय समय पर नए प्रकल्प खोले जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया किया जा सके। इससे सेवा विभाग द्वारा कई जगहों पर बाल संस्कार केंद्र व सिलाई केंद्र खोले गए हैं। संस्कार केंद्र की शिक्षिका श्रीमती प्रीती सिंह ने बच्चों को शैक्षणिक समय सारिणी के बारे में बताया। इस मौके पर पुनीत फाउंडेशन के अध्यक्ष विष्णु बहादुर सिंह, सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य बैजनाथ त्रिपाठी तथा कई गणमान्य नागरिक अभिभावक एवं बच्चें उपस्थित रहे।