-छात्र-छात्राओं ने मूर्ति निर्माण में बढ़चढ कर लिया हिस्सा
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के फाईन आर्ट्स विभाग तथा अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ऑन स्पॉट मूर्ति निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें छात्र-छात्राओं द्वारा बाल गणेशः क्ले आर्ट कार्यशाला के अन्तर्गत मूर्ति निर्माण किया गया। जिसमें फाईन आर्टस के लगभग 90 छात्र-छात्राओं ने मूर्ति कला के विशेषज्ञ आशीष प्रजापति की देख रेख में हिस्सा लिया।
मूर्ति कला कार्यशाला की संयोजिका डॉ. सरिता द्विवेदी ने बताया कि कार्यशाला के प्रथम सत्र में बीएफए प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं के साथ अन्य प्रतिभागियों को निर्माण शैली से परिचित कराते हुए मन मोहक मूर्ति निर्माण के लिए उत्प्रेरित किया गया। कार्यशाला के समापन सत्र मे अर्थशास्त्र विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रो. आशुतोष सिन्हा, प्रो. मृदुला मिश्रा, डा. अलका श्रीवास्तव के साथ डोगरा रेजिमेन्ट फैजाबाद से आये ओम प्रकाश पाण्डेय ने निर्मित गणेश प्रतिमा का अवलोकन करते हुए प्रतिभागी छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।
फाईन आर्ट्स विभाग के समन्वयक एवं विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास प्रो. विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ’’बाल गणेशः क्ले आर्ट कार्यशाला’’ में प्रतिभागी छात्र-छात्राओं द्वारा निर्मित गणेश मूर्ति हेतु प्रथम स्थान बीएफए चतुर्थ वर्ष की ’मानसी श्रीवास्तव’, बीएफए द्वितीय वर्ष की ’जान्हवी कुमारी’ को द्वितीय पुरस्कार, तृतीय पुरस्कार बीएफए प्रथम वर्ष की ’माण्डवी’ के साथ सांत्वना पुरस्कार हेतु बीएफए तृतीय वर्ष की ’प्रीती मोर्या’ को चयनित किया गया है। पुरस्कार हेतु चयनित सभी छात्र-छात्राओं को आगामी 05 सितम्बर को प्रस्तावित राष्टी्रय कला प्रदर्शनी ’’कला प्रस्फुटन’’ के उद्घाटन सत्र में सम्मानित किया जायेगा। इस क्ले आर्ट कार्यशाला में कविता पाठक, के साथ गैरशैक्षणिक कर्मचारी विजय कुमार शुक्ला, कुशाग्र पाण्डेय, शिव शंकर यादव एवं संख्या में छात्र-छात्राये उपस्थित रहे।