कहा– जबतक खेतों में गन्ना खडा है तबतक चीनी मिल बंद नहीं होनी चाहिए
अयोध्या । रौजा गांव चीनी मिल द्वारा चीनी मिल को बंद करने की नोटिस देने के बाद भारतीय किसान यूनियन ने नाराजगी व्यक्त की है और मांग किया है कि जब तक खेतों में गन्ना खड़ा है तब तक चीनी मिल बंद नहीं होनी चाहिए उक्त मांग करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव घनश्याम वर्मा ने कहा की वर्तमान समय में पूरे देश में लाक डाउन लागू होने के कारण श्रमिकों की उपलब्धता की समस्या है तथा गर्मी भी बढ़ रही है जिसके कारण गन्ना छिलाई /कटाई में दिक्कत आ रही है जिसके कारण गन्ना तैयार होने में समय लग रहा है ऐसी स्थिति में चीनी मिल को धीमी गति से तब तक चलाया जाना अति आवश्यक है जब तक कि किसानों का गन्ना समाप्त नहीं हो जाता। घनश्याम वर्मा ने उप गन्ना आयुक्त, जिला गन्ना अधिकारी से फोन पर बात करके उपरोक्त समस्या समाधान की मांग की है श्री वर्मा ने कहा कि किसानों के पास अभी काफी गन्ना खड़ा है ।अनुपयुक्त प्रजाति का गन्ना चीनी मिलों द्वारा बिल्कुल नहीं खरीदा गया है इसलिए सभी प्रजाति के गन्ने की पर्चियां जारी होनी चाहिए श्री वर्मा ने गन्ना विभाग के अधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया है कि चीनी मिलों द्वारा बड़े पैमाने पर घटतौली की जा रही है लाकडाउन के सम्मान में भारतीय किसान यूनियन भी शांति हैं ,जिस का नाजायज फायदा उठा कर चीनी मिलें घटतौली करके किसानों का बड़े पैमाने पर शोषण कर रही हैं घनश्याम वर्मा ने जिला प्रशासन को आगाह किया है कि यदि प्रशासन शांति चाहता है और पूरी तरह से लाकडाउन का पालन कराना चाहता है तो तुरंत हस्तक्षेप करते हुए किसानों पर हो रहे शोषण पर रोक लगानी चाहिए फिलहाल जिला गन्ना अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह ने आश्वाशन दिया है कि खेत में गन्ना खड़ा रहते चीनी मीले बन्द नहीं होगी। बताते चलें कि मंगलवार को बलरामपुर चीनी मिल यूनिट रौज़ागांव 16 अप्रेल को सत्र 2019-20 के लिए अंतिम रूप से बन्द कर दी जाएगी। रौज़ा गॉंव चीनी मिल के महाप्रबंधक(गन्ना)इक़बाल सिंह ने मिल गेट के समस्त गन्ना कृषकों को मिल बन्द होने की प्रथम सूचना देते हुए बताया कि गन्ना आयुक्त उ0प्र0 द्वारा जारी निर्देशानुसार चीनी मिल द्वारा सम्पूर्ण चीनी मिल क्षेत्र में खड़े गन्ने का सर्वे पूर्ण कर जिन कृषकों के पास चीनी मिल आपूर्ति योग्य अवशेष है उनकी समस्त पर्चियां जारी की जा चुकी है। जिससे जिन कृषकों के पास मिल आपूर्ति योग्य गन्ना अवशेष रह गया है वह अपना मिल आपूर्ति योग्य अवशेष गन्ना 16 अप्रैल तक आपूर्ति कर दे। बताया कि 16 अप्रेल को पेराई के बाद चीनी मिल पेराई सत्र 2019-20 के लिए अंतिम रूप से बन्द कर दी जायेगी।उन्होंने बताया कि इसके उपरांत भी यदि किसी कृषक के पास आपूर्ति योग्य गन्ना अवशेष रह जाता है तो इसके लिए मिल ज़िम्मेदार न होगी।