– नव निर्मित आंगनवाड़ी का किया गया शुभारम्भ
अयोध्या। सितंबर माह, पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। कुपोषण को दूर करना सरकार की प्राथमिकता है । इसी श्रंखला में 7 सितंबर को जनपद में पोषण माह का शुभारंभ ब्लॉक मसौधा के मधूपुर ग्राम में विधायक शोभा सिंह चौहान के प्रतिनिधि निजामुद्दीन के द्वारा नवनिर्मित आंगनबाड़ी केंद्र का फीता काटकर शुभारंभ किया । महिलाओं की गोद भराई तथा 6 माह के बच्चों का अन्नप्राशन करा कर अभियान का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा , सीडीपीओ रवि श्रीवास्तव , सीडीपीओ राजेश गुप्ता , वरिष्ठ सहायक लिपिक जेपी सिंह , पूर्व प्रधान उदय प्रताप पांडे व् वर्तमान प्रधान जय लाल अनिल कुमार मिश्रा प्रधान सहायक आईसीडीएस, ब्लाक कोर्डिनेटर शिवांगी ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ती गीता रावत दुर्गावती पांडे व समस्त ग्रामवासी कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे द्य गोदभराई की रस्म आशीर्वाद,उत्सव, नए मेहमान के स्वागत के साथ सुरक्षित मातृत्व की तैयारी के साथ पूरे जनपद में मनाया गया ।
सुपोषण के प्रति आम लोगों को जागृत करने एवं उनके व्यवहार परिवर्तन के लिए यह माह पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत जिले के आँगनवाडी केन्द्रों पर 7 से 9 माह तक के गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की रस्म अदा की गयी इसके साथ 6 माह के बच्चो का अन्नप्राशन भी गया। विधायक प्रतिनिधि की मौजूदगी में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने केन्द्रों पर ग्राम प्रधान, बुजुर्ग महिलाओं एवं अभिभावकों के साथ गोदभराई रस्म का आयोजन किया गया। इस दौरान गर्भवती माताओं को परंपरागत तौर से माथे पर टीका लगाकर आने वाले बच्चे के स्वागत में महिलाओं की गोदभरायी हुयी। गर्भवती महिलाओं के साथ आने वाले बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य की शुभाकांक्षा के साथ उन्हें सतरंगी थाली एवं अनेक प्रकार के पौष्टिक भोज्य पदार्थ जैसे- अनाज, दूध, सूखे मेवे,फ़ल,दाल, हरी साग, पीली सब्जियाँ इत्यादि दी गयी। बुजुर्ग महिलाओं एवं अभिभावकों ने स्वस्थ जच्चा- बच्चा की कामना करते हुये आशीर्वाद दिया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास योजना दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया कि गर्भधारण से लेकर 9 महीने तक का समय किसी भी गर्भवती महिला के अपने स्वास्थ्य के साथ होने वाले बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी माना जाता है। इस दौरान सुपोषण का आभाव, कम से कम 4 प्रसव पूर्व जाँच में कमी एवं अनियमित दिनचर्या सुरक्षित मातृत्व के लिए चुनौती भरा हो सकता है। इस दृष्टिकोण से गोदभराई की रस्म माता एवं उनके होने वाले बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए परंपरागत होने के साथ स्वास्थ्य शिक्षा को बढ़ावा देने वाला एक सकारात्मक कदम है। इसके साथ ही साथ कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए अपने कार्य करें सैनिटाइजर पर प्रयोग करें साबुन से अब बार-बार हाथ धोते रहे मास्क अवश्य पहने हैं जिससे कि करोना महामारी से बचा जा सके। सीडीपीओ रवि श्रीवास्तव ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की गोदभरायी की रस्म से उसे खुशी के साथ बेहतर पोषण के विषय में जानने का मौका भी मिला है जिससे वह ख़ुद को स्वस्थ रखने के साथ अपने आने वाले बच्चे के भी बेहतर स्वास्थ्य का ध्यान रख पाएगी ।
गर्भवती महिलाओं को उनके बेहतर पोषण के लिए आँगनवाडी कार्यकत्री द्वारा महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी दी गयी। दिन में 4 बार खाना खाना खाने, दूध, फ़ल, सोयाबीन, गुड़, हरी साग-सब्ज़ी खाने के साथ आइरन एवं कैल्सियम की गोली खाने के बारे में बताया गया। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को अधिक से अधिक आराम करने एवं भारी कार्य ना करने की सलाह भी दी गयी। इसके अलावा बच्चों को पाँच बार स्तनपान कराने एवं साफ-सफ़ाई से रहने के विषय में भी सलाह दी गयी। उन्होने बताया कि इस पोषण माह में ममता दिवस, एवं लाड़ली दिवस भी मनाया जाएगा। पोषण माह के दौरान होने वाली गतिविधियों के लिए बनायी गयी कार्ययोजना के मुताबिक कार्य संपादित किया जा रहा है एवं सामुदायिक स्तर पर पोषण के प्रति लोगों के व्यवहार परिवर्तन के हर संभव प्रयास भी किए जा रहे हैं। इसके साथ ही कोविड 19 के नियमो पालन भी करना है।