-बाबा साहब के विचारों को अंतर्मन की गहराइयों में उतारने व अपने व्यक्तित्व में लायें : नितीश कुमार
अयोध्या। जिलाधिकारी नितीश कुमार ने भारतीय संविधान के निर्माता आधुनिक भारत के शिल्पकार एवं ज्ञान के प्रतीक ‘भारत रत्न‘ बाबा साहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर के 131वी जयंती के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में बाबा साहेब डॉ. आम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर आयोजित सभा में जिलाधिकारी ने कहा कि बाबा साहब के जीवन वृत्त से सीखने का प्रयास करने और उनके विचारों को अंतर्मन की गहराइयों में उतारने व अपने व्यक्तित्व में लायें। उन्होंने कहा कि सभी हमेशा अंतर्मन से वंचित लोगों का मदद करने का प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि विकास की धारा से जो कहीं ना कहीं पीछे रह गए हैं उनको भी अवसर देकर सबको एक धारा में लाकर समावेशी धारा से बनाए और समाज व देश को समावेशी रूप से आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि वैदिक काल में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है आज भी समाज व देश के उत्थान में महिलाओं की भूमिका/सहभागिता जरूरी है। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कर्मियों/अधिकारियों का विशेष दायित्व है कि सरकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक जरूरतमंद तक पहुंचाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाए और सभी वर्गों को साथ लेकर नए भारत का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि डॉ आंबेडकर की मूल इकाई एवं संविधान का मूल आदर्श सबको अवसर की समानता सर्वाधिक महत्वपूर्ण है राष्ट्र निर्माण के लिए सभी को साथ लेकर चलना जरूरी है। इसे धरातल पर लाना हमारा दायित्व है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने डॉ0 आम्बेडकर के जीवन के संघर्षों और कृतियों से सीख लेने की जरूरत बतायी।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, मुख्य राजस्व अधिकारी, एडीएम कानून व्यवस्था, रेजिडेंट मजिस्ट्रेट आदि ने डॉ. आम्बेडकर के विचारों पर प्रकाश डाला तथा उन्हें आत्मसात करने व सभी को अपने-अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने को कहा तथा अपने जनपद, राज्य व देश को समावेशी रूप में आगे बढ़ने को कहा। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट के अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे।