कहा-मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु राम की मर्यादा का कभी नहीं करेंगे उल्लंघन

अयोध्या। अयोध्या का दीपोत्सव रामराज्य का प्रतीक है। रामराज्य में किसी के साथ भेदभाव नहीं होता सभी को समान भाव से देखा जाता है। प्रभु राम की परमपरा पर हमें गौरव है और हम दीपोत्सव के माध्यम से अयोध्या को अवधपुरी के नाम से विश्व में पहचान देना चाहते हैं यह विचार रामकथा पार्क में आयोजित दीपोत्सव व 226 करोड़ रूपये की येजनाओं के लोकापर्ण व शिलान्यास समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस समारोह में मुख्य अतिथि फिजी सरकार की उप सभापति वीना भटनागर हैं फिजी में रहने वाले भारत वंशियों ने एक नया भारत बना रखा है फिजी की उप सभापति रामराज्य तिलक की साक्षी बनीं इस अवसर पर संत महंतों के अलावां प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल, केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह सहित प्रदेश मंत्रिमण्डल के तमाम मंत्री अयोध्या के तीसरे दीपोत्सव के साक्षी बने हैं।
उन्होंने दीपोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हम सब के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। भारत की सांस्कृतिक परंपरा को पीएम मोदी ने विश्व पटल पर एकबार फिर से स्थापित किया है। इसके लिए पीएम का अभिवादन करता हूं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले की सरकारें अयोध्या के नाम से डरती थीं, लेकिन अपने कार्यकाल के दौरान में डेढ़ दर्जन बार यहां आ चुका हूं। अयोध्या की पहचान दुनियाभर के सनातनियों के लिए वैसी ही है, जैसे अन्य धर्मों के अनुयाइयों के लिए उनकी विरासत है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शासन की योजनाओं को बिना जाति, पंथ आदि के भेदभाव के बिना सभी तक पहुंचाया गया।
इसके अलावा उन्होंने पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत ने किसी को परेशान नहीं किया, लेकिन किसी ने छेड़ा तो उसकी मांद में घुसकर उसे जवाब दे रहा है। अयोध्या पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने 65 करोड़ की लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास किया और 158 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण किया।