जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लिया, अफसरों से विकास कार्यों को पूछा
अयोध्या। रामनगरी को विश्वस्तरीय शहर बनाने की परियोजनाओं पर प्रगति को जानने रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे। सांसद, विधायकों, महापौर व जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लेने के साथ अधिकारियों से कार्य प्रगति पूछी। सीएम ने समीक्षा बैठक में अधिकारियो को निर्देश दिया कि मौजूदा परियोजना को वर्ल्डक्लास सिटी बनाने के लिए समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाया जाए। इसके लिए शासन स्तर पर कन्सलटंेसी का चयन किया जा रहा है। इसलिए गुणवत्ता के साथ परियोजना के कार्यों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। निर्देशित किया कि नगर विकास, विकास प्रधिकरण मिलकर शहर के साफ-सफाई, सीवर, जल निकासी, स्वच्छता, पेयजल आदि मानको को पूरा करें। धर्मशाला, पुराने मंदिरो के जीर्णोद्धार की कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने जन्मभूमि परिसर में कंट्रोल रूम के लिए 12000 वर्ग मीटर जमीन की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कहा कि सौंदर्यीकरण व मार्ग चौड़ीकरण से प्रभावित हो रहीं 795 दुकानो के लिए पुर्नस्थापाना की तत्काल कार्रवाई करें। इसी तरह एयरपोर्ट निर्माण, रामायण कालीन वनस्पति लगभग 88 चिन्हित हैं उससे 84 कोसी, 14कोसी एवं पंचकोसी मार्गो पर पौधरोपण किया जाए। चेताया कि परिवहन विभाग अपने पुराने ढर्रे पर कार्य न करे। पीपीपी माडल या सरकारी निर्माण से एयरपोर्ट सुविधा युक्त शहर के लगभग 04 मार्गो में बस अड्डा एवं पार्किंग स्थल बनाया जाए।
95 फीसद धन मिलने पर कार्य अधूरा, सीएम खफा
-अस्पतालों में अधूरे कार्यों की जानकारी पर मुख्यमंत्री खफा हो गए। कुमारगंज चिकित्सालय, देवगढ़ चिकित्सालय, राजा दशरथ मेडिकल कालेज आदि की समीक्षा में पाया कि कार्यदायी संस्था को 95 प्रतिशत राशि देने के वावजूद कार्य नही किया गया है। इस संस्था के प्रबन्धक/राजकीय निर्माण निगम के एमडी को निर्देश दिया कि 31 मार्च तक कार्य पूर्ण कर लिया जाए अन्यथा परियोजना प्रबन्धक एवं उनकी टीम के पर एफआईआर दर्ज कराकर वेतन से वसूली की जाए। समस्त कार्यो को ससमय व गुणवत्ता के साथ पूरा करें। वहीं विद्युत तारो की अण्डर ग्राउण्ड केबिल जल्द पूरा करने,100 साल से पुराने पेड़ो को चिन्हिांकन कर हैरीटेज घोषित करने को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने अयोध्या नगर की सड़को, श्री रामजन्म भूमि के आस-पास चल रहे निर्माण कार्यों तथा 06 फलाईओवर, पेयजल, सीवर परियोजनाओं को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री की सोच है दिव्य अयोध्या, भव्य अयोध्या
-मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के घोषणा के अनुरूप भव्य अयोध्या, दिव्य अयोध्या बनाने को लगभग 1200 एकड़ जमीन लिया जाना है। इस पर प्रमुख सचिव आवास एवं जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कहा कि लगभग 495 एकड़ जमीन धारा-28 के तहत नोटिफिकेशन किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन स्थानो पर सभी राज्यो के गेस्ट हाउस, भारतीय संस्कृति, धार्मिक संस्थाओ के मठ मंदिर एवं गेस्ट हाउस बनाये जायेगें, जो वैदिक कालीन अयोध्या एवं नव्य अयोध्या को प्रर्दशित करेंगे।
ग्लेशियर टूटने पर पीड़ितों के प्रति सीएम ने जताई सम्वेदना
– उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने पर मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरी संवेदना जताई। कहा कि एक भीषण त्रासदी घटित हुई है। इस घटना के प्रति और पीड़ित नागरिकों के प्रति हमारी संवेदना है। अलखनंदा गंगा जी की सहायक नदी है इसलिए बाढ़ का ख़तरा गंगा में भी सम्भावित है। उत्तराखंड के सीएम खुद नज़र रखे हुए हैं। गृहमंत्री और प्रधानमंत्री ने एनडीआरएफ को निर्देशित किया है। गंगा यूपी की भूमि से होकर गुजरती है। हम लोगो ने पूरी सतर्कता बरती है।जल शक्ति विभाग और गृह विभाग नज़र रखे है । गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। बिजनोर बैराज पर भी नज़र है। लेकिन पानी नीचे आने में अभी समय लगेगा। 25 जनपद जहाँ से गंगा होकर गुजरती है । वहाँ हमने ज़्यादा अलर्ट किया हैं। उत्तराखंड सरकार को जो भी आवश्यकता पड़ेगी हम उनकी पूरी सहयोग करेंगे । यूपी की एसडीआरएफ टीम भी तैयार है ।