-कलाकारों को फोक आवार्ड व स्मृति चिन्ह देकर किया गया सम्मानित
अयोध्या। लोकसंस्कृति व परम्पराओं का दर्शन कराते अयोध्या महोत्सव में फोक अवार्ड शो का आयेाजन किया गया। इसमें राष्ट्रीय स्तर पर लोकविधाओं से जुड़े कलाकारों ने गायन व नृत्य की भाव विभोर करने वाली प्रस्तुति की। कलाकारों को फोक आवार्ड व स्मृति चिन्ह के साथ सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंडित ज्वाला प्रसाद संगीत शोध संस्थान के प्रबन्धक पंडित सत्यनारायन मिश्र थे। संयोजन बृजमोहन तिवारी ने किया।
पं ज्वाला प्रसाद संगीत शोध संस्थान के प्रबन्धक पंडित सत्यनारायन मिश्र ने कहा कि लोकनृत्य संस्कृति की अभिव्यक्ति है। नृत्य में संगीत की चाल, चेहरे का भाव भंगिमाएं, सजावट आदि हमारी संस्कृति से हमें अवगत कराती है। फोक नृत्य हमारी परम्पराओं का विशेष अंग है। इन परम्पराओं के संरक्षण की वर्तमान दौर में आवश्यकता है।
लोकपरम्पराओं से जुड़े कलाकारों को मंच प्रदान करके अयोध्या महोत्सव सराहनीय कार्य कर रहा है। अयोध्या महोत्सव न्यास के अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने कहा कि भारत विविधताओं का देश है। यहां विभिन्न क्षेत्रों के लोकगीत व संगीत में विविधता नजर आती है। परन्तु इस विविधता को हमारी संस्कृति एक माला की भांति जोड़ती है। इससे जुड़ी प्रतिभाओं को अयोध्या महोत्सव लगतार मंच प्रदान कर रहा है। जिससे हमारी यह सांस्कृतिक विरासत वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव डाल सके।
इस दौरान मुख्य रुप से सूफी गायक रिजू राज, चिंटू सागर, रजनीश गुप्ता, राजेश यादव ने अपनी लोकविधा में प्रस्तुति दी। लोकगायक करमचंद देहाती द्वारा की गयी प्रस्तुति तीनो मैया चारो भैया को खिलावय ललला की प्रस्तुति से दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये। इस दौरान रवि तिवारी के संयोजन में सोशल वेलफेयर अवार्ड व नाहिद कैफ के संयोजन में डांडिया नाईट का भी आयोजन हुआ।
इस अवसर पर महासचिव आकाश अग्रवाल, उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी, उपाध्यक्ष रेणुका रंजन श्रीवास्तव, चन्द्रशेखर तिवारी, कोषाध्यक्ष विजय यादव, मुख्य कार्यक्रम प्रभारी अनुजेन्द्र तिवारी, तथा कार्यक्रम प्रभारी के रुप में विवेक पाण्डेय, एसबी सागर, बृजमोहन तिवारी, मोहित मिश्रा, श्रृष्टि सिंह, श्रद्धा तिवारी, श्रुति श्रीवास्तव, डा निखिल उपाध्याय, ऋचा उपाध्याय, पूजा अरोड़ा, जयांश श्रीवास्तव, गौरव सिंह, उज्जवल चैहान, सौरभ मिश्रा, प्रवीण सिंह, प्रशान्त गौड़, निकिता चैहान, रोहित रायजदा, भास्कर विश्वकर्मा मौजूद रहे।