सरकार पर लगाया भेदभाव व अनदेखी का आरोप
फैजाबाद। डा. राममनोहर लोहिया अवध विवि, महाविद्यालय शिक्षक संघ के प्रदेश नेतृत्व के आहवान पर विभिन्न महाविद्यालयों के अनुदानित स्ववित्तपोषित शिक्षकों ने विवि परिसर में अपनी मांगो को लेकर धरना दिया। शिक्षक संघ अध्यक्ष डा0 विजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में छः सूत्रीय मांगों के सन्दर्भ में राज्य सरकार के विरूद्ध विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के समक्ष धरना दिया। शिक्षकों की प्रमुख मांगो में सातवें वेतन आयोग की सभी संस्तुतियों को अविलम्ब लागू करना, पुरानी पेंशन की बहाली, महाविद्यालय शिक्षकों को प्रोफेसर पदनाम दिया जाना, सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष किया जाय, मानदेय तथा सेल्फ फाइनंेस शिक्षकों का विनियमितिकरण शामिल हैं।
धरने का प्रारंभ अध्यक्ष डा0 वी0पी0 सिंह के संबोधन से हुआ उन्होंने उच्च शिक्षा के शिक्षकों की न्यायोचित माॅगों के प्रति राज्य सरकार की उदासीनता के लिए क्षोभ व्यक्त किया। डा0 सिंह ने कहा कि यह शर्मनाक है कि अपनी ही चुनी हुई सरकार के खिलाफ हम शिक्षकों को कक्षा बहिष्कार कर धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है। धरने को संबोधित करने वालों में प्रमुख रुप से डा0 एस0पी0 सिंह प्राचार्य के0डी0सी0 बहराइच, पूर्व अध्यक्ष डा0 सुशील सिंह, डा0 एस0पी0 तिवारी, डा0 कौशलेन्द्र सिंह (जेनेस्मा बाराबंकी), डा0 रीना पाठक (साकेत), डा0 मंशाराम मिश्र (गोण्डा), डा0 मनोज पडिया (साकेत), डा0 अनुराग पाण्डेय (सुल्तानपुर), डा0 जितेन्द्र तिवारी (अमेठी), डा0 दिलीप शुक्ला (गोण्डा) रहें। प्रदेश संगठन के पत्रक का वाचन करते हुए धन्यवाद ज्ञापन महामंत्री डा0 हेमन्त सिंह ने किया।
धरने में अवध विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र के सात जिलों के सत्राइन अनुदानित महाविद्यालय के 300 से भी अधिक शिक्षक उपस्थित रहे। धरने में शिक्षक संघ कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी डा0 प्रणय त्रिपाठी, डा0 अमूल्य सिंह, डा0 सूर्यभान रावत, डा0 आशीष प्रताप सिंह, डा0 शिवम श्रीवास्तव, डा0 विजय श्रीवास्तव लगातार सक्रिय रहे। धरने मे उपस्थित रहने वाले प्रमुख प्राध्यापक डा0 वी0के0 सिंह, डा0 अभय सिंह, डा0 जितेन्द्र सिंह, डा0 अतुल सिंह, डा0 जयशंकर मिश्र, डा0 बिहारी सिंह आदि शामिल रहे।