रक्तदाताओं का किया गया सम्मान
रूदौली। सन्तों ने सदैव से ही सत्य की राह दिखाई है। वहीं अवतारी महापुरुषों ने भी सदैव ही मानव-मात्र के कल्याण के लिए ही सत्य की राह दिखाई। इस सत्य की राह पर भक्ति वही प्रवान होती है, जो प्रेमपूर्वक की गई हो। बिना प्रेमभाव की गई भक्ति, भक्ति नहीं होती। उक्त बातें शुक्रवार को रक्तदाताओं को सम्मान तत्वावधान में आयोजित सत्संग कार्यक्रम में विधायक रामचंद्र यादव ने कही। उन्होंने कहा कि सत्संग से हमें जो खुराक मिलती है, वह जीवन को मजबूती प्रदान करती है वहीं मजबूती जीवन का आधार बनती है और ऐसे महापुरुषों का संग ही सही मायने में सत्संग कहलाता है। जो घड़ियां हम सत्संग में बिताते हैं।वही घड़ियां जीवन की अहमियाता रखती हैं। निरंकारी केंद्रीय प्रचारक रामकरन राठौर ने कहा कि जीवन की मजबूती व खुशहली के लिए निरन्तर संगत में इन घड़ियों को बढ़वा दें। बिना प्रेमभाव की गई भक्ति, भक्ति नहीं होती। और प्रेम भी किया जाए तो केवल प्रेमभाव के लिए की जाए न कि किसी और चीज के लिए।
रूदौली के मुखी जी ने कहा कि भक्ति में कोई शर्त नहीं होती, केवल प्रेम को निभाया जाता है केवल स्वयं को समर्पित किया जाता हैं जो कदम-कदम पर निरंकार को महत्ता देता है और हमेशा यही प्रार्थना करते है कि परमात्मा से हमें ऐसी खुराक मिले, जिससे हमारे कदम लड़खड़ाये नहीं और हम एक मजबूती वाला जीवन जी पाएं। भक्ति कोई भागने का नाम नहीं है यह जागने का नाम है। जिससे आत्मा का कल्याण एवं मुक्ति प्राप्त होती है। सत्संग की आवश्यकता भी ज्ञान को समझ रखने के लिए ही होती है। भगवान का गुणगान भी इस ज्ञान को समक्ष रख कर किया जाता है और ज्ञान कर्म में ढल जाता है। सत्संग समापन से पूर्व अनेकों भक्तों ने विभिन्न भाषाओं का सहारा लेकर गीत, भजन और विचारों द्वारा सत्गुरु का गुण ज्ञान किया। विधायक रामचन्द्र यादव जी ने रक्तदाताओं को सम्मानित किया। मिशन द्वारा किये जा रहे कार्यो की प्रशंसा की। शाखा मुखी रामचन्दर ने मिशन की धार्मिक पुस्तकें भेंट स्वरूप विधायक को दी। इस अवसर पर जोनल इंचार्ज रामजीत भारती, वीरेंद्र यादव, मइर्दुल जी जस विंदर सिंह, रामराज लोधी आदि मौजूद रहे।