-छात्रों ने हेरिटेज वॉक द्वारा जाना गुप्तार घाट का पौराणिक महत्व
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के एमटीए विभाग द्वारा विश्व धरोहर सप्ताह के अवसर पर हेरिटेज वॉक का अयोजन किया गया। विश्वविद्यालय कला संकायाध्यक्ष एवं मुख्य नियंता प्रो0 अजय प्रताप सिंह ने छात्र-छात्राओं को हरी झण्डी दिखाकर गुप्तार घाट के लिए रवाना किया।
विभाग की छात्र-छात्राओं ने गुप्तार घाट पर जाकर विश्व धरोहर की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर मुख्य नियंता प्रो0 अजय प्रताप सिंह ने बताया कि अयोध्या के गुप्तार घाट की अपनी अलग ही विशेषता है, यहां प्रभु श्रीराम ने जल समाधि ली थी। सरयू नदी के किनारे स्थित गुप्तार घाट पर कई छोटे मन्दिरों के सुन्दर दृश्य मन को मोह लेने वाला है। मुक्ति पाने की इच्छा लेकर इस स्थान पर दर्शनार्थी आते है। प्रो. सिंह ने बताया कि उन्नीसवीं सदी में राजा दर्शन सिंह द्वारा गुप्तार घाट का नव-निर्माण कराया गया।
इस घाट पर राम जानकी मंन्दिर, पुराने चरण पादुक मन्दिर, नरसिंह मन्दिर और हनुमान मन्दिर लोगों के लिए आस्था का केन्द्र है। गुप्तार धाट के पास ही मिलिट्री मन्दिर, कम्पनी गार्डेन, राजकीय उद्यान और अन्य प्राचीन मन्दिर पर्यटकों को आकर्षित करती है। प्रो. अजय प्रताप सिंह ने बताया कि हैरिटेज वॉक का मुख्य उद्देश्य अयोध्या के ऐतिहासिक स्थलों से छात्र-छात्राओं को परिचित कराना और विश्व धरोहर को संरक्षित कराना है। कार्यक्रम के दौरान एमटीए विभाग के डॉ. दिलीप कुमार सिंह, सरोज सिंह, साक्षी सिंह, डॉ. मो. सदिक सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।