अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय द्वारा पहली बार नेशनल इंस्टीट्यूनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंक में शामिल होने के लिए आवेदन कर दिया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रविशंकर सिंह की अगुवाई में परिसर के कौटिल्य प्रशासनिक भवन में एनआईआरएफ के समन्वयक प्रो0 फर्रूख जमाल व उनकी टीम डॉ0 शैलेन्द्र सिंह, डॉ0 अभिषेक सिंह, डॉ0 नितेश दीक्षित, डॉ0 शिक्षा जैन, इंजीनियर दिनेश सिंह व डॉ0 रंजन सिंह ने अंतिम रूप दिया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रविशंकर ने बताया कि अवध विश्वविद्यालय देश के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों के साथ प्रतिस्पर्धा के दौड़ में शीघ्र ही शामिल हो जायेगा। एनआईआरएफ में रैकिंग के लिए विश्वविद्यालय ने वांछित सूचनाओं के साथ आवेदन कर दिया है। कुलपति ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए एनआईआरएफ का गठन किया है। इनकी रैंकिंग के आधार पर ही शैक्षणिक संस्थानों को अनुदान प्राप्त होता है। इसके पूर्व गत वर्ष में विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन में बी-ग्रेड प्राप्त हुआ है। वहीं एनआईआरएफ के साथ नैक-ए ग्रेड के लिए प्रयास शुरू कर दिया है। कुलपति प्रो0 सिंह ने आशा व्यक्त करते हुए बताया कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय अन्य शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों के मुकाबले खड़ा होगा। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ में रैंकिंग के लिए आवेदन करके देश के उच्च शैक्षणिक संस्थानों के मुकाबले प्रयास शुरू कर दिया है। इसमें छात्रों के परीक्षाफल, प्रोजेक्ट्स, पेटेंट, फैकेल्टी संख्या, उपाधियां, पब्लिकेशन, अवार्ड एवं शैक्षणिक योग्यता सहित अन्य जानकारियां दी गई है। शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की गठित कमेटी द्वारा आवेदन-पत्रों की जॉच के उपरांत विश्वविद्यालय को एनआईआरएफ में रैंक प्रदान करेगी।