मिलिट्री इंटेलीजेंस की सटीक सूचना पर एटीएस ने की कार्यवाही
फैजाबाद। मिलिट्री इंटेलीजेंस की सटीक सूचना एटीएस ने गहमर रेलवे स्टेशन गाजीपुर के बाहर एक महिला को तीन लाख रूपये मूल्य के भारतीय जाली मुद्रा के साथ धर दबोचा। महिला के साथ उसका पति भी था जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों के विरूद्ध एटीएस लखनऊ में धारा 489 क.ख.ग. पंजीकृत कराया गया है।
मिलिट्री इंटेलीजेंस के फैजाबाद स्थित मुख्यालय ने अवगत कराया है कि जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किये गये पति पत्नी मे अनीता पत्नी घनश्याम गुप्ता व घनश्याम गुप्ता पुत्र स्व. केदारनाथ निवासीगण इंजीनियर कालेज के पास बांदा रोड़ अतर्रा, जनपद बांदा हैं दोनों ने अपनी उम्र 45 वर्ष बतायी है। पूंछताछ के बाद अनीता ने बताया कि उसका पति घनश्याम जाली नोटों का व्यापार करता है और कई बार जेल जा चुका है पति के कहने पर ही वह रेलवे स्टेशन के सामने जाली नोट लेने गयी थी। उसने यह भी बताया कि वह यह रूपया मालदा पश्चिम बंगाल से लेकर ट्रेन से आयी थी। अनीता ने बताया कि वह मालदा गयी थी जहां उसने एक लाख बीस हजार रूपये के बदले तीन लाख रूपये के जाली नोट लिये थे उसने यह भी स्वीकार किया है कि जाली नोटों के कारोबार में उसके कई रिश्तेदार भी शामिल हैं बरामद जाली नोटों में दो हजार रूपये के 118 नोट, कुल 2 लाख 36 हजार रूपया व 500 के 128 नोट कुल 64 हजार रूपया शामिल है। घनश्याम के विरूद्ध अतर्रा थाना में एनडीपीएस एक्ट, यूपी गुण्डा एक्ट, आबकारी एक्ट, जी एक्ट के आठ मुकदमा पंजीकृत हैं इसके अलावां बांदा जनपद के नरैनी थाना में आईपीसी की धारा 489, कोतवाली नगर में आईपीसी की धारा 489, विसंडा थाना में आईपीसी की धारा 489 तथा अतर्रा थाना में आईपीसी की धारा 489 के तहत चार मुकदमें पहले से पंजीकृत हैं। जाली नोट के सौदागरों को गिरफ्तार करने वाले एटीएस दल में निरीक्षक दिनेश्चर पाण्डेय, एसआई सुरेश गिरि, मुख्य आरक्षी शिवपाल सिंह, राज बब्बर सिंह, आरक्षी कपूर चन्द्र पटेल, शरद मिश्रा, अभिषेक, प्रशांत वर्मा, महिला आरक्षी प्रियंका दूबे शामिल थे। एटीएस के एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने जाली नोटों के व्यापारियों को पकड़ने वाली टीम को पुरस्कार देने की घोषणा किया है।