मिल्कीपुर। कोरोना वायरस एक खतनाक संक्रमण है। इसके खात्मे के लिए काफी सारे धन की जरूरत है। केन्द्र सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार ने आम जनता से अपील की है कि कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ने में आर्थिक रूप से मदद करें। मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के कुमारगंज बाजार मालिक विजय कुमार उपाध्याय ने 51 सौ रुपए व कस्बा कुमारगंज के डॉक्टर बीआर वर्मा ने 11000 हजार रूपए का चेक भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित मोर्चा जिलाध्यक्ष बब्लू पासी के माध्यम से फैजाबाद सांसद लल्लू सिंह को प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करने को दिया। इतना ही नहीं बाजार मालिक विजय कुमार उपाध्याय ने कोरोना महामारी के बीच क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने में अग्रसर है उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे हर व्यक्ति की मदद की जाएगी किसानों व ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को माक्स भी बनवा कर वितरित कर रहे है कोरोना महामारी के प्रति जनता को जागरूक भी करते नजर आ रहे हैं लोगों से अपील की है कि यदि कहीं पर कुछ सामान की खरीदारी करने जाएं चाहे खेत में कार्य करने जाए वहां पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें क्योंकि कोरोना वायरस महामारी से सोशल डिस्टेंसिंग से ही जीता जा सकता है।
30 किलो की जगह 29 किलो राशन दे रहा कोटेदार
मिल्कीपुर। जहां सरकार राशन कार्ड धारकों को निशुल्क राशन उपलब्ध करा रही है वही कोटेदार अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। प्रधानमंत्री अन्न योजना अंतर्गत सभी अंतोदय व पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारकों को निशुल्क चावल दिया जा रहा है जिसमें सभी राशन कार्ड उपभोक्ताओं को उनके यूनिट के आधार पर राशन दिया जाए। लेकिन मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के सिधौना ग्राम पंचायत के कोटेदार द्वारा 15 अप्रैल को राशन वितरण किया जा रहा था राशन वितरण की घटतौली का खुलासा तब हुआ जब राशन कार्ड धारक राजकुमारी अपना राशन लेने कोटे पर पहुंची तो 30 किलो राशन के बजाय उनको 29 किलो राशन ही दिया गया। जिसकी शिकायत पीड़ित ने जिला अधिकारी अयोध्या अनुज कुमार झा से सोशल मीडिया के माध्यम से की मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने पूर्ति निरीक्षक को फटकार लगाते हुए जांच करने के निर्देश तो दिए लेकिन जांच में पहुंची पूर्ति निरीक्षक संजू सिंह ने शिकायतकर्ता का बयान तो नहीं लिया लेकिन गांव के अन्य लोगों का बयान दर्ज कर मामले की इतिश्री कर ली कार्डधारक ने बताया कि पूर्ति निरीक्षक द्वारा मुझसे कोई बयान नहीं लिया गया। जब इस मामले में पूर्ति निरीक्षक अयोध्या शोभनाथ यादव से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता का बयान कोई मायने नहीं रखता इसीलिए पूर्ति निरीक्षक द्वारा शिकायतकर्ता का बयान नहीं लिया गया।