– जयश्रीराम के जयघोष से गूंजायमान रहा कवि सम्मेलन
अयोध्या। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर कविता के माध्यम से उन्हें याद किया गया। जिसमें वीर रस से लेकर हास्य तक का समावेश था। 25 दिसम्बर की रात करीब 12 बजे अवध विश्वविद्यालय का ऑडिटोरियम अचानक जयश्रीराम, भारत माता के जयघोष से गूंजायमान हो गया। जब तक जिंदा एक भी बेटा, तिरंगा कश्मीर में लहरायेगा, भगवान राम के मंदिर की चर्चा है आदि कविताओं की शानदार प्रस्तुति से सर्द रात की हवाएं भी गर्म हो गईं। इससे पहले अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का उद्घाटन अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रविशंकर सिंह के द्वारा दीप प्रज्जवलन के माध्यम से किया गया। कार्यक्रम का आयोजन अयोध्या न्यास के तत्वाधान में था। आयोजक सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि हिन्दी साहित्य के मर्म से आधुनिक पीढ़ी को अवगत कराने के साथ कविता रचना की सृजनात्मक महिमा को सम्मान प्रदान करने के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। अटल जी कुशल राजनीतिज्ञ के साथ प्रखर वक्ता, कवि, पत्रकार व साहित्यकार भी थे। कविओं ने अपनी शब्द रचना में विविध स्वरों के उच्चारण के माध्यम से अटल जी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कवि सम्मेलन की शुरुआत डॉ. कीर्ति कालें ने सरस्वती वन्दना के माध्यम से किया। अमन अक्षर ने ‘देह रहते रावण भी रावण था, देह छूटी सब राम का हो गया’, प्रियांशु गजेन्द्र ने ‘क्यों न आयी माता जानकी’, रात भर तुमको गाया सुबह छपे अखबार में’, अंकिता सिंह ने ‘कभी हिचकी नहीं रुकती कभी सिसकी नहीं रुकती के माध्यम से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बनारस के कवि अनिल चौबे ने अपनी हास्य रचना के माध्यम से श्रोताओं को खूब हंसाया। ‘मेरी इच्छा है कि एक बार राधे मां को गोद में उठाना चाहता हूं’ ‘ईटीवी, बीटीवी देखने के चक्कर में ब्लड प्रेशर बढ़ा तो गुजर गये बाबू जी’ जैसे हास्य रचनाओं की प्रस्तुति के दौरान आडिटोरियम हंसी ठहाकों से गुजायमान हो गया। डा कीर्ति काले ने ‘मैं हंसती हूं तो मेरे दर्द को पहचान लेता है’ ‘शायद ऐसा होता है पहले पहले प्यार में’ तथा बेटी की विदाई की प्रस्तुति करके श्रोताओं को भावुक कर दिया। सम्मेलन का संचालन कर रहे चिराग जैन ‘राम ने खोया बहुत राम बनने के लिए’ की प्रस्तुति के द्वारा सम्मेलन का समापन किया। कबड्डी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह ने कविओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, विधायकों में रामचन्दर यादव, शोभा सिंह चौहान, बाबा गोरखनाथ व दरियाबाद विधायक सतीश शर्मा, महंत राजकुमार दास, महंत कन्हैयादास रामायणी, महंत रामकुमार दास, महंत गिरीशपति त्रिपाठी, महंत प्रेमशंकरदास रामायणी, महंत राजू दास, डा अजय प्रताप सिंह, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष शिवनायक वर्मा, महानगर जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा, जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष अवधेश पाण्डेय बादल, बाराबंकी जिलाध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव, रामशंकर सिंह, राम प्रकाश यादव, धमेन्द्र प्रताप सिंह टिल्लू, इन्द्रभान सिंह, दीपेन्द्र सिंह, बलराम मौर्या, ब्लाक प्रमुख राजू तिवारी व सर्वजीत सिंह, ओम प्रकाश सिंह, मनमोहन जायसवाल, कमलाशंकर पाण्डेय प्रमुख रुप से मौजूद रहे।