-विवेक सृष्टि में में मनाई गई अरविंद जयंती
अयोध्या। अरविंद का जीवन मां भारती को समर्पित एक साधक क्रांतिकारी का जीवन था, वे सदैव भारत माता के चित्र का ही ध्यान करते थे, भारत माता का वह चित्र जिसमें ढाका, लाहौर, अफगानिस्तान यह सब मां भारती के अभिन्न अंग थे। उक्त बातें श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने विवेक सृष्टि अयोध्या में स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव एवं अरविंद जयंती के अवसर पर कही। ज्ञात हो विवेक सृष्टि द्वारा स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव एवं अरविंद जयंती का आयोजन किया गया। जिसका आरंभ विशिष्ट अतिथि चंपत राय ,अवध विश्वविद्यालय के डॉ0 एस.एस .मिश्र व अरविंद आश्रम अयोध्या के धर्मेंद्र के द्वारा भारत माता के माल्यार्पण और दीपप्रज्वलन के साथ हुआ।
इस अवसर पर चंपत राय ने बताया कि श्रीअरविंद का कहना था कि यह महज संयोग ही नहीं है बल्कि ईश्वर की योजना है कि उन्होंने मेरे जन्मदिन को स्वतंत्रता के लिए चुना है। अरविंद का यह अटल विश्वास था कि भारत का विभाजन पूर्णता अप्राकृतिक है और हमारे मन मस्तिष्क में भारत माता की छवि एक पूर्ण प्राकृतिक मां का रूप ही है। हम सभी को अपने व्यक्तिगत जीवन में साधना के स्तर को विकसित करते हुए भारत माता के प्रति पूर्ण मनोयोग से समर्पित रहकर देश सेवा के लिए स्वयं को सिद्ध करना ही अभीष्ट है।
इस अवसर पर विवेक सृष्टि के अध्यक्ष डॉक्टर चैतन्य ने कहा कि स्वस्थ मन एवं मस्तिष्क का मानव ही राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पण का भाव विकसित कर सकता है।
अरविंद का जीवन आध्यात्मिक शक्ति से परिपूर्ण एक राष्ट्रभक्त का जीवन था, जिन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन को महत्व न देते हुए संपूर्ण भारतवर्ष को एक सूत्र में बांधकर आध्यात्मिक ऊर्जा के प्रसार के लिए सुदूर पांडिचेरी को अपना केंद्र बनाया और भारत की धरती से संपूर्ण विश्व को एक आध्यात्मिक ऊर्जा संपन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। कार्यक्रम में श्रीअरविंद आश्रम के साधक धर्मेंद्र , वशिष्ठपीठ तिवारी मंदिर के वर्तमान परंपरावाहक पूज्य महंत गिरीशपति त्रिपाठी, अवध विश्वविद्यालय गणित विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संत शरण मिश्रा, भारतीय जनता पार्टी विदेश संपर्क विभाग के क्षेत्रीय संयोजक ई. रवि तिवारी, सोनी सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए भारत की स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अवसर पर संपूर्ण देशवासियों को शुभकामनाएं व्यक्त की।
कार्यक्रम का संचालन सुमधुर ने किया। इस अवसर पर प्रवीण सिंह, वीरेश वर्मा, अरविंद श्रीवास्तव, सीमा तिवारी, सीमा सिंह, गीता गुप्ता, राम कुमार गुप्ता, राजेश मन्ध्यान, विवेक शुक्ला, विजय कुमार सिंह “बंटी“, आलोक सिंह “रोहित“, कृष्ण कुमार तिवारी, सुदीप तिवारी, सूर्यभान पांडे, आशुतोष पांडे, राजा पाल सिंह आदि उपस्थित रहे।