10 उन्नतशील प्रजातियों के रोग रोधी एवं अधिक उत्पादन देने वाली ब्रीडर एवं फाउंडेशन बीज उपलब्ध
मिल्कीपुर। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने वर्तमान में विश्वविद्यालय में खरीफ में धान हेतु विभिन्न प्रजातियों की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त कर , बताया कि विश्वविद्यालय की बीज विक्रय केंद्र पर उन्नतशील धान की कई प्रजातियां उपलब्ध है। किसान भाइयों को चाहिए कि जैसा मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि खरीफ सीजन में मानसून की अच्छी स्थिति रहेगी, जिससे धान की खेती की तैयारी प्रारंभ कर देनी चाहिए।
विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि संयुक्त निदेशक, बीज एवं परिक्षेत्र, डॉ सुभाष चंद्र विमल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय के बीज विक्रय केंद्र पर धान की करीब 10 उन्नतशील प्रजातियों के रोग रोधी एवं अधिक उत्पादन देने वाली ब्रीडर एवं फाउंडेशन बीज उपलब्ध है । इनमें से काला नमक, एनडीआर 2065, एनडीआर 2064, एनडीआर 97 , सरजू 52 बीपीटी 5204, शांभा वन , एमटीयू 7029, एनडीआर 359 , एच यू आर 1304, 1309 आदि प्रजातियों के ब्रीडर एवं फाउंडेशन बीज उपलब्ध है । इन प्रजातियों में एनडीआर 2064 एवं एन डी आर 2065 रोग रोधी एवं अधिकतम उत्पादन देने वाली प्रजाति हैं । इन प्रजाति से 125 दिनो में 55 से 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज प्राप्त की जा सकती है।