-अयोध्या-रायबरेली फोरलेन से जुड़े बारुन-तरमा सम्पर्क मार्ग के मुहाने पर हुआ जलभराव
मिल्कीपुर। अयोध्या-रायबरेली फोरलेन से जुड़े बारुन-तरमा सम्पर्क मार्ग के मुहाने पर जलभराव के कारण ग्रामीणों ने पीएनसी और प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन कर रहे राजेश कौशल ने बताया कि कुछ माह पहले निर्मित हुए अयोध्या-रायबरेली फोरलेन को तो ऊंचा कर दिया गया परंतु लिंक मार्ग के मुहाने को ऊंचा नहीं किया गया जिस कारण यहां भारी जल भराव हो रहा है और दुकानों में पानी घुस रहा है।जब फोरलेन का निर्माण हो रहा था तभी पीएनसी को इस समस्या से अवगत कराया गया था परंतु पीएनसी कुछ नहीं किया।
शनिवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश के बाद इस मोड़ पर स्थित कई दुकानों में पानी घुस गया।दुकानदार अमित जायसवाल,अजय मौर्या आदि का आरोप है कि पानी घुसने से उन्हें काफी नुकसान हुआ। इसके अलावा तरमा निवासी सोहराब,पुरैनी के विकर्मा पासी,भीम का पुरवा के शिवलाल,देवरिया के शिव नारायन शर्मा,संतोष कुमार,खिहारन के सोनू मौर्य,पंचराम आदि पानी में गिर पड़े जिससे उन्हे हल्की फुल्की चोटें आई हैं।भुलनापुर निवासी फूलचंद का जलभराव में संतुलन बिगड़ने से उसका लगभग 12 लीटर दूध पानी में गिर कर खराब हो गया। ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना पर मौके पर पहुंचे उपनिरीक्षक दया शंकर तिवारी ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर प्रदर्शन समाप्त कराया।
विद्युत पोल में उतरे करंट की चपेट में आने से दो गायों की मौत, बाल बाल बचा पशुपालक
-मिल्कीपुर तहसील अन्तर्गत नगर पंचायत कुमारगंज में बिजली पोल में दौड़ रहे करंट की चपेट में आने से दो गाय की मौत हो गई। गनीमत रही कि बिजली पोल में दौड़ते करंट की चपेट में कोई व्यक्ति नहीं आया, नहीं तो बड़ी घटना भी घट सकती थी। देशराज ने कहा कि हम गायों को छुड़ाने के लिए जा रहे थे लेकिन पास में खड़े लोग के चिल्लाने लगे जिसके चलते हम नहीं गए जिससे हमारी जान बच गई।
घटना के बाद गाय पालक ने विद्युत कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगाया हैं। बता दें कि शनिवार को क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई थी। इसके चलते सड़कों और आने जाने वाले मार्गों के किनारे जलभराव की स्थिति बन गई थी।
जानकारी के मुताबिक पिठला के रायबरेली नेशनल हाईवे के पश्चिम ओर संतराम विश्वकर्मा के घर के सामने लोहे का लगे 11000 हाई टेंशन के डबल विद्युत पोल में करंट फैला हुआ था। पोल के आस-पास पानी भी भरा हुआ था। माना जा रहा है कि दोनों गाय बिजली पोल के पास भरे पानी को पीने लगी तभी करंट की चपेट में आ गई, जिससे दोनों गायों की मौत हो गई।
गाय पालक देशराज ने बताया कि बिजली विभाग की लापरवाही से उसकी गायों की मौत हुई।नगर पंचायत कुमारगंज के सभासद विकास सिंह ने घटना की जानकारी विद्युत विभाग को देते हुए विद्युत सप्लाई बंद कराया। सप्लाई बंद होने के बाद भी कोई भी कर्मचारी मौके तक नहीं पहुंचा। एनएचआई के कर्मचारियों ने जीसीसी मशीन से खोद कर दफनवा दिया।