गोसाईंगंज। जनपद के गोसाईंगंज विधानसभा में विकासखंड मया बाजार के दो ग्राम पंचायत माझा काजीपुर व माझा रामपुर पुवारी के ग्रामीणों का राजस्व विभाग ने अपने विभाग से ग्रामीणों का नाम खारिज कर दिया है।राजस्व विभाग दोनों ग्राम पंचायतों को चिराग रहित ग्राम पंचायत बता रही है। जिससे नाराज ग्रामीणों ने 2022 के विधानसभा चुनाव में होने वाले मतदान का बहिष्कार किया है।मालूम हो कि 2008 में चकबंदी के समय में कानूनगो व प्रधान के बीच कहासुनी होने के कारण पूरे गांव को कानूनगो के कोप भाजन का शिकार होना पडा। ग्रामीणों ने बताया कि कानूनगो ने कहा था कि यह विवाद बहुत महंगा पड़ेगा और उसने उसको कर दिखाया।
सीमा विवाद में उलझा काजीपुर ग्राम पंचायत को ना तो फैजाबाद वर्तमान में अयोध्या जनपद में रखा गया और ना ही बस्ती जनपद में ,माझा काजीपुर ग्राम पंचायत के आसपास चारों तरफ के ग्राम पंचायत की खतौनी भी नहीं निकलती है।कई ग्राम पंचायतों के बीच में स्थित माझा काजीपुर की खतौनी 2018 से नहीं निकली है।जिससे ग्रामीणों को जो सरकारी सुविधा मिलती थी उस पर भी लगाम लगता हुआ चला जा रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही बाढ़ के प्रकोप से ग्रामीणों को कई तरीके से नुकसान हुआ था लेकिन सरकारी सुविधाएं उनको इसलिए नहीं मिली क्योंकि राजस्व विभाग में उनका कोई अभिलेख नहीं है। कई पीढ़ियों से रह रहे ग्रामीण इनके पास बहुत पुरानी 2018 तक की खतौनी और 2021 तक के लगान की रसीद भी मौजूद है।
ग्रामीणों ने एक नारा देकर मतदान बहिष्कार किया है।जिसमें सीधे राजस्व विभाग को टारगेट किया गया है।राजस्व विभाग में ग्रामीणों का नाम नहीं है इसीलिए 2022 में मतदान नहीं करेंगे।रामपुर पुवारी माझा के ग्राम प्रधान रमेश निषाद ने बताया कि आज एसडीएम सदर ने ग्रामीणों को अपने कार्यालय में बुलाकर सभी से वार्ता किया लेकिन समस्या का कोई निदान ना होने पर ग्रामीणों को धमकी भी दिया कि मतदान बहिष्कार का बैनर हटवा दो नहीं तो सभी के नाम मुकदमा दर्ज होगा। थाना महाराज गंज अंतर्गत चौकी पूरा बाजार के चौकी इंचार्ज ने ग्राम प्रधान को फोन कर बैनर हटाने की बात भी कही।वहीं कुछ ही देर बाद थाना महाराजगंज के थाना अध्यक्ष दिनेश सिंह ने भी माझा रामपुर पुवारी के प्रधान को भी फोन कर बैनर हटाने की बात कही,परंतु ग्रामीण बैनर हटाने को तैयार नहीं है।