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एक लाख से अधिक स्कूलों में मनाया जायेगा अमृत महोत्सव

– अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक का हुआ शुभारम्भ

अयोध्या। आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के तत्वाधान में पूरे देश में कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इन कार्यक्रमों की रुपरेखा को अंतिम रुप देने के लिए अवध विश्वविद्यालय के आईटी कैम्पस प्रबन्धकीय संकाय में महासंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को प्रारम्भ हो गयी। 27 जून

को इसका समापन किया जायेगा। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पूरे देश के अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय पदाधिकारी व सभी प्रांतो के प्रदेश अध्यक्ष महामंत्री सहित 250 शिक्षाविदों के द्वारा चर्चा की जायेगी।
महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व कुलपति राजस्थान प्रो जगदीश प्रसाद सिंघल ने बताया कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ शिक्षकों की सेवा, भर्ती व समस्याओं के साथ राष्ट्र पहले और उससे भी पहले शिक्षा, इस विचारधारा को लेकर चलता है। वर्तमान में महासंघ के 12 लाख सदस्य है। अमृत महोत्सव को लेकर महासंघ के द्वारा कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। 1 अगस्त को एक लाख से अधिक स्कूलों में अमृत महोत्सव मनाया जायेगा। यहां भारत माता का चित्र स्थापित किया जायेगा। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मानित किया जायेगा। स्वतंत्रता संग्राम से कई ऐसे नायक है जो गुमनाम है।

महासंघ के द्वारा उनके सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इसके लिए एक लाख 80 हजार स्कूलों की सूची बनायी गयी है। उन्होने बताया कि इंडिया से भारत की ओर विषय को लेकर जिला स्तर पर व्याख्यान का आयोजन किया जायेगा। हम यह बताने का प्रयास करेंगे कि हम पुराने समय में क्या थे और आज किया है। भारत पहले विश्वगुरु था पर अब क्यों नहीं है। इसके साथ में 75 विश्वविद्यालयों में दो दिन के सेमिनार का आयोजन किया जायेगा। अमृत महोत्सव के कार्यक्रम में विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जायेगा। एक हजार महाविद्यालयों में अगस्त के महीनें में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जायेगा।

उन्होने बताया कि महासंघ की बैठक में इसकी व्यूह रचना को अंतिम रुप दिया जा रहा है। एक लाख स्कूलों में जाने वालों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिससे पूरे देश में जागरण हो सके। हम आजादी के सपूतों के बारें में जानकारी दे सके। इसके साथ में मेरा विद्यालय मेरा तीर्थ कार्यक्रम के तहत विद्यालय को तीर्थ के रुप में मानकर काम किया जायेगा। शिक्षार्थियों के द्वारा विद्यालय को गोद लेकर उसमें परिवर्तन किया जायेगा। महासंघ एक शिक्षक एक वृक्ष योजना के तहत कार्य करेगा। इसमें एक शिक्षक एक वर्ष में एक पौधा लगायेगा। जिसका वह पालन पोषण करेगा। हर वर्ष उस वृक्ष की जयंती मनायेगा। इस पूरे आयोजन के दौरान किसी भी प्रकार के प्लास्टिक का प्रयोग वर्जित रहेगा। प्रेस वार्ता के दौरान नारायन लाल गुप्ता, शेखर चन्द्र गेय, शिवानंद सिंदकेरा व रोहित पाण्डेय उपस्थित रहे।

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