–विभागीय कर्मचारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
अयोध्या। जनपद में प्रारम्भ हो रहे राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान को लेकर विभागीय कर्मचारियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण सीएमओ सभागार में दिया गया । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय राजा के निर्देशन में हुए प्रशिक्षण सत्र में ब्लाक स्तरीय , सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारी , स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी , बीसीपीएम , बाल परियोजना अधिकारी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित थे ।
जिला जिला कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर अमित कुमार ने प्रशिक्षण में बताया कि एल्बेंडाजोल एक कृमि नाशक (पेट की कीड़े) की दवा है । इसको लेने से बच्चों के पेट के कीड़े निकल जाते हैं 1 से 2 वर्ष के बच्चों को आधी गोली पीसकर साफ पानी के साथ दिया जाता है जबकि 2 वर्ष से 3 वर्ष तक के बच्चों को एक गोली पिसकर दिया जाता है । 3 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चो व किशोर किशोरियों को दवा चबाकर खानी है। 20 जुलाई से शुरू होने वाले इस अभियान के दौरान एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी । जिसका क्रियावन शिक्षा विभाग एवं आईसीडीएस विभाग के द्वारा किया जाएगा । साथ ही साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवा मैनेजमेंट , रिपोर्टिंग फॉर्मेट , आईइसी सामग्री, प्रदान करते हुए सभी के सहयोग एवं समन्वय से कार्यक्रम को सफल बनाया जाएगा ।
उन्होंने बताया कि दवा सेवन से पहले थोड़ा बहुत खाना जरूर खाने की सलाह दी जाती है 20 जुलाई को समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों पर 1 से 5 वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चों एवं 6 से 19 वर्ष तक के स्कूल ना जाने वाले सभी बालक बालिकाओं को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा दवा खिलाई जाएगी । वहीं । 6 वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी छात्र छात्राओं को सरकारी सरकारी सहायता प्राप्त प्राइवेट स्कूल शिक्षकों के माध्यम से दवा खिलाई जाएगी ।
आरकेएसके जिला समन्वयक सतीश वर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के दिन दवा खाने से छूटे बच्चों के लिए 25 से 27 जुलाई को माप अप राउंड चलाया जाएगा उन्होंने बताया कि समस्त आशाओं द्वारा 6 वर्ष से 19 वर्ष तक के स्कूल में जाने वाले बच्चों की सूची बनाकर आंगनवाड़ी केंद्रों को दवा खिलाने हेतु सहयोग प्रदान करेंगी । उन्होंने बताया कि इस बार 11लाख 48 हजार 998 लगभग बच्चों एवं किशोर किशोरियों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उन्होंने ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा अपने सामने ही दवा खिलाई जानी है 1 से 2 वर्ष के के बच्चे को आधी गोली पीसकर खिलानी है । आधी गोली पीसकर ले जाएं ताकि बच्चों को आसानी से खिलाई जा सके, 2 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों को यह गोली चबाकर खिलानी है किसी भी दशा में दवा घर पर ले जाने की लिए नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यदि बच्चे के साथ कोई समस्या होती है तो घबराए नहीं अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को अवगत कराएं 102 व 108 नंबर डालकर सहायता प्राप्त करें।