-कुलपति डा. बिजेंद्र के नेतृत्व में कृषि विवि को मिला नया मुकाम
मिल्कीपुर। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय ने अपने उत्कृष्ट कार्यों के चलते एक बार फिर विश्व के पटल पर अपना लोहा मनवाया है। प्रदेश में ऐसा पहली बार है जब कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह के अथक प्रयासों एवं कुशल नेतृत्व में आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग में 35वां एवं चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय ने 30वां रैंक हासिल किया है। पिछले चार वर्षों में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई उपलब्धियां कृषि विश्वविद्यालय अपने नाम कर चुका है।
विश्वविद्यालय की झोली में यह उपलब्धि आते ही विश्वविद्यालय के कर्मचारियों, शिक्षकों एवं वैज्ञानिकों में खुशी की लहर दौड़ गई। इतनी बड़ी उपलब्धि मिलने के बाद कृषि विवि के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने विश्वविद्यालय परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस रैंकिंग को इकाई के अंक में लाने का प्रयास करना होगा।
रैंकिंग में सुधार लाने के लिए दोनों कृषि विश्वविद्यालयों, चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर एवं आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय अयोध्या की कमान संभाल रहे विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने कमेटी गठित की थी जिसके बाद परिश्रम व लगन के साथ कार्य करने के बाद यह सफलता हाथ लगी है। नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय ने 35वां तो चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर को 30वां रैंक मिला है। विवि द्वारा सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने दोनों विश्वविद्यालयों को रैंकिंग लिस्ट में शामिल किया है।
कृषि विवि के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने दीक्षांत समारोह के दौरान अपने भाषण में एनआईआरएफ की तैयारी पूरी कर लेने की बात कही थी जिसमें विश्वविद्यालय ने सफलता हासिल कर लिया है। एनआईआरएफ के नोडल अधिकारी डा. सुशांत श्रीवास्तव ने विवि के कुलपति एवं डीजी उपक्रम को इस उपलब्धि का श्रेय देते हुए टीम सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया है।
निर्धारित मानकों को पूरा करने पर तय होती है रैंकिंग
-केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से इस पूरी प्रक्रिया को कार्यान्वित करने के लिए कई मानक निर्धारित गए हैं मानकों पर खरा उतने के बाद शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग तय होती है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा हर वर्ष रैंकिंग के आधार पर शीर्ष विश्वविद्यालयों व कॉलेजों की लिस्ट जारी की जाती है। यह लिस्ट अलग-अलग कैटेगरी और सब्जेक्ट्स के आधार पर विभाजित होती है।
विवि ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बटोरीं कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां
– केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर कृषि विज्ञान केंद्र बस्ती को “पंडित दीनदयाल उपाध्याय कृषि विज्ञान प्रोत्साहन राष्ट्रीय पुरस्कार” 2021 से विश्वविद्यालय को सम्मानित किया।
– वन एवं राज्य मंत्री केपी मलिक ने कृषि विश्वविद्यालय को क्लीन एंड ग्रीन कैंपस के अवार्ड से सम्मानित कर चुके हैं जो विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है।
– पर्यावरण संरक्षण एवं बिजली खपत को कम करने हेतु किए गए कार्यों के लिए नैक द्वारा अधिकृत कंपनी, एलियन टेक्नोलॉजी एंड कंस्लटिंग प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली प्रमाण पत्र दे चुका है।
– कृषि विवि के साथ राष्ट्रीय स्तर पर दो दर्जन से अधिक एमओयू हस्ताक्षर हो चुके हैं जिसका लाभ कृषि विश्वविद्यालय को आने वाले समय में मिलेगा।
– कृषि विज्ञान केंद्र बाराबंकी को राष्ट्रीय आउट लुक अवार्ड- 2022 सम्मानित किया जा चुका है।
– राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वार पांच करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान की गई। छात्र-छात्राओं देश-विदेशों के संस्थानों से शोध एवं प्रशिक्षण प्राप्त हो रहे हैं।