प्रदर्शन के बाद श्रम न्यायधीश ने किया वादा, तीन माह भीतर दिलायेगें न्याय, बिरला की खाद फैक्ट्री से 1994 में छटनी किये गये थें 54 मजदूर
अयोध्या। छटनी शुदा श्रमिकों में ढाई दशक बाद न्याय मिलने की आस जगी हैं। फैजाबाद श्रम न्यायलय उ.प्र. के सामने प्रदर्शन करने के बाद पीठासीन श्रम न्यायाधीश ने वादा किया कि छटनी सुदा श्रमिकों को जिनके वाद विचाराधीन है को 90 दिन कर भीतर न्याय दिला देंगें। आदित्य बिरला की जगदीशपुर स्थिति खाद फैक्ट्री इंडोगल्फ़ फाल्टीलाइजर से सन 1994 में प्रदेश के विभिन्न जनपदों के निवासी 54 श्रमिकों की छटनी कर दी गई थी। इन श्रमिकों के मुकदमें श्रम न्यायलय उत्तर प्रदेश में वर्षो से विचाराधीन हैं। बीते दो साल से अधिक श्रम न्यायालय उ.प्र.में श्रम न्यायाधीश की कुर्सी खाली पड़ी थी। इलाहाबाद स्थिति प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश के हस्तक्षेप के बाद श्रम न्यायालय उत्तर प्रदेश में पीठासीन अधिकारी गिरजेश पांडेय की नियुक्ति हुई। मौजूदा पीठासीन अधिकारी ने पदभार ग्रहण करने के बाद लम्बित याचिकाओं पर सुनवाई तेज कर दी हैं। पीठासीन अधिकारी ने श्रमिकों की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुऐ इंडोगल्फ़ फर्टीलाइजर के पैरोकार को न्यायलय में हाजिर होकर अपना पक्ष रखने के लिये नोटिस भेजा दिया हैं। पीठासीन अधिकारी श्रम न्यायलय उत्तर प्रदेश गिरजेश पांडेय ने याचिकाकर्ताओं को लिखित रूप से अवगत कराया है कि न्यायलय प्रतिक्रिया में लगभग 90 दी लगेंगे। आगामी जनवरी फरवरी महीने तक छटनी सुदा श्रमिकों को न्याय दिला दिया जाएगा, आगामी पेशी की तारीख 11 दिसम्बर 2019 निर्धारित की गई हैं।
बताते चले कि लगभग ढाई दशक से न्याय के लिये जदोजहद करने वाले प्रदर्शन कारी श्रमिकों में मऊ जनपद के मेढई, जय कुमार, गणेश, राम रतन, सुभाष, स्व. रामअवध की पत्नी, सुरेंद्र, स्व.लालबहादुर की पत्नी सुगिया, सुरेश यादव, स्व.रामकवच की पत्नी मुनिया, चन्द्रिका, गाजीपुर जनपद के अंगद पाल, मोहन पाल, सोहन पाल, मथुरा पाल, खून खून पाल, सतेंद्र पाल, धनई यादव, रामजीत यादव, काशीनाथ यादव, अरुण पाल, कुशीनगर जनपद के आगू, रामप्रसाद, गया, रामसेवक, शिवपूजन, बलराम सिंह, बलिया जनपद के उमाशंकर यादव, उमराव पाल, अमेठी जनपद के राम प्रसाद, मोइद्दीन, रतिपाल, राम सजीव, रामधनी, छोटेलाल, तेज बहादुर, राम लखन, जिया लाल, स्व. राम खेलावन की पत्नी विद्यावती शामिल हैं। दिवंगत श्रमिकों की मुकदमा लड़ रहीं उनकी पत्नियों का कहना है कि वह अपने पतियों को न्याय दिलाने के लिये आखरी सांस तक संघर्ष करेगीं।