-आक्रोशित अधिवक्ताओं ने मनबढ़ लेखपाल के मुंशी को जरूरी दस्तावेज के साथ पकड़कर किया एसडीएम के हवाले
मिल्कीपुर। मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत कुचेरा पूरे परसन मिश्र गांव में हल्का लेखपाल द्वारा बंजर भूमि पर अवैध निर्माण करवाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। अवैध निर्माण के चलते मिल्कीपुर अधिवक्ता संघ के सदस्य अधिवक्ता का रास्ता बंद होने पर अधिवक्ता संघ मिल्कीपुर बिफर पड़ा है अधिवक्ताओं ने इनायत नगर थाने के प्रभारी निरीक्षक और तहसील प्रशासन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए तहसील में जमकर हंगामा काटा और नारेबाजी की।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक राजस्व गांव कुचेरा पूरे परसन मिश्र गांव में बंजर की भूमि पर हल्का लेखपाल की मिलीभगत से गांव के ही केसरी प्रसाद चौहान व उनके बेटों द्वारा अवैध निर्माण करके गांव के सार्वजनिक रास्ते को बंद किया जा रहा है। जिसकी शिकायत अधिवक्ता सुरेश तिवारी व गांव के अन्य लोगों द्वारा कई बार तहसीलदार व एसडीएम मिल्कीपुर से की गई थी। जिसमें हल्का लेखपाल कमलेश शर्मा द्वारा विपक्षी से मिलीभगत करते हुए अपने अधिकारियों को बंजर भूमि को आबादी भूमि बता कर बार-बार झूठी एवं भ्रामक रिपोर्ट देकर गुमराह किया जा रहा था। शुक्रवार को मिल्कीपुर तहसील परिसर में हल्का लेखपाल कमलेश शर्मा का खतौनी संबंधी महत्वपूर्ण दस्तावेजों का बस्ता उनका कथित मुंशी जुम्मन लेकर इधर-उधर घूम रहा था। जिसे अधिवक्ताओं ने रंगे हाथ पकड़ लिया और घसीटते हुए एसडीएम अमित कुमार जायसवाल के समक्ष पेश कर दिया।
नाराज अधिवक्ता उसके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग करने लगे। इतने में एसडीएम मिल्कीपुर अमित कुमार जायसवाल का प्राइवेट स्टोनो अमित श्रीवास्तव भी मौके पर पहुंच गया उसने आक्रोशित एवं नाराज अधिवक्ताओं के सामने ही उस प्राइवेट मुंशी को दस्तावेज से भरा बस्ता लेकर तहसील परिसर से भाग जाने को कहा। एसडीएम के प्राइवेट स्टोनो की बात सुनकर अधिवक्ता आक्रोशित हो उठे और लेखपाल व उनके कथित मुंशी द्वारा ग्राम सभा की बंजर भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले लोगों के विरुद्ध कार्यवाही कराने व सार्वजनिक बंद रास्ते को खुलवाने की मांग करने लगे। नाराज अधिवक्ता तहसीलदार मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। अधिवक्ताओं के तेवर देख एसडीएम मिल्कीपुर अमित कुमार जयसवाल व तहसीलदार हेमंत कुमार गुप्ता सहित हल्का लेखपाल के साथ अधिवक्तागण भी मौके पर पहुंच गए।
विवादित स्थल पर पहुंचकर जब उक्त भूमि की लेखपाल द्वारा पैमाइश की गई तो आम रास्ते पर हो रहा अवैध निर्माण बंजर की भूमि में पाया गया। जिसे मौके पर मौजूद एसडीएम द्वारा अभिलंब खाली कराए जाने का आश्वासन अधिवक्ताओं को दिया गया। अधिवक्ताओं द्वारा यह भी बताया गया कि जब तहसीलदार हेमंत कुमार गुप्ता से उक्त मामले की शिकायत की जाती थी तो उनके द्वारा कहा जाता था कि मैंने प्रभारी निरीक्षक इनायत नगर को अवैध कब्जा रोके जाने के संबंध में निर्देश दिया है। लेकिन मेरे आदेश का अनुपालन इनायत नगर पुलिस द्वारा नहीं किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो मिल्कीपुर तहसील में शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक धड़ल्ले से कार्य किया जाता है। जिसमें तहसील के सभी दलालों का आना जाना लगा रहता है।
आक्रोशित अधिवक्ताओं ने बंजर खाते की भूमि से होकर जाने वाली सार्वजनिक रास्ते पर हो रहे अवैध निर्माण को यदि बंद कराते हुए हटवाया न गया तो बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दे डाली है। संगठन के पूर्व अध्यक्ष पवन कुमार शुक्ला एडवोकेट ने बताया कि प्रकरण में इनायत नगर थाने के प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह सहित तहसीलदार हेमंत गुप्ता और क्षेत्रीय लेखपाल कमलेश शर्मा की भूमिका पूरी तरह से संदिग्ध है जिनके कारनामों के चलते तहसील में यह सब दृश्य देखने को मिल रहा है।