रुदौली। दिल्ली की तीस हज़ारी कोर्ट परिसर में वकीलों पर लाठीचार्ज व उनके चैंबरों को तोड़े जाने और गोली चलाकर वकीलों को घायल करने की घटना के मामले में रूदौली में अधिवक्ताओ ने फिर जुलुस निकालकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर मांगपत्र तहसीलदार को सौंपा। शुक्रवार को 10 बजे बार रूम में बार एसोसिएशन के महामंत्री कृष्ण मगन सिंह के नेतृत्व में एक आवश्यक बैठक आहूत हुई जिसमें उपस्थित अधिवक्ताओं ने एक सुर में दिल्ली की तीस हज़ार कोर्ट परिसर में वकीलों पर लाठीचार्ज व् उनके चैंबरों को तोड़े जाने और गोली चलाकर वकीलों को घायल करने की घटना की कड़े शब्दों में निन्दा की और जुलुस निकाल कर पुलिस प्रसाशन के खिलाफ मुर्दा के नारे लगाये तथा तहसीलदार प्रज्ञा सिंह को ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन मे बर्बरता पूर्वक किए गये लाठीचार्ज एंव फायरिंग की घोर निन्दा करते हुए मांग की गयी कि अधिवक्ता समाज पर हो रहे अत्याचार व् हत्याएं बन्द हो।अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट बनाया जाये।दोषी पुलिस कर्मियों को तत्काल गिरफ्तार कर इस घटना मे घायल सभी अधिवक्ताओ का उचित इलाज एवं उन्हें उचित आर्थिक सहायता प्रदान की जाये।मृतक अधिवक्ता के आश्रितों को 25 लाख की सहायता दी जाये।अधिवक्ता कल्याण निधि 1,50,000/-से बढाकर 5,00,000 की जाये।सर्वसम्मत से शुक्रवार को विरोध स्वरूप सभी न्यायालयों के न्यायिक कार्यो के बहिष्कार का निर्णय लिया।विरोध प्रदर्शन में महामंत्री कृष्ण मगन सिंह,इंद्रसेन मिश्रा,गया शंकर निषाद,अब्दुल हई खान,राम भोला तिवारी,मो0 फहीम खान,देवेन्द्र श्रीवास्तव,शकील अहमद,मो0 अहमद,गोरखनाथ तिवारी,विजय पाल सिंह,रमेश सिंह,सन्तराम रावत,संतोष कुमार श्रीवास्तव,अली हैदर,बालेन्द्र सिंह,चौ0 अजीमुद्दीन,संतोष पाण्डेय,नरेंद्र मिश्रा,साहेब सरन वर्मा,गोविन्द प्रताप सिंह,अमर सिंह,ओम प्रकाश,अजय यादव,हरिश्चन्द्र,प्रमोद द्वेदी,वेद तिवारी,रामेश्वर पिंटू आदि सहिंत तमाम अधिवक्त मौजूद रहे।
लाठीचार्ज के विरोध में अधिवक्ताओं ने सौंपा ज्ञापन
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