मिशन साहसी के तहत दिया जा रहा आत्मरक्षा का प्रशिक्षण
अयोध्या। महिलाएं आज किसी क्षेत्र में पीछे नहीं है लेकिन फिर भी उनके साथ हो रहे अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं जिसकी वजह है उनका खुद को कमजोर और असहाय समझना। महिलाओं की इसी सोच को बदलने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पूरे देश मे ’मिशन साहसी’ का आगाज किया है। जिसके तहत एबीवीपी छात्राओं को निर्भीक और निडर बनाने के लिए आत्मरक्षा के प्रशिक्षण के साथ-साथ नैतिक तौर पर भी हर परिस्थिति से लड़ने के लिए ट्रेनिंग देगी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की अयोध्या महानगर इकाई के द्वारा मिशन साहसी कार्यक्रम की शुरुवात आज से एक सप्ताह तक महानगर के विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में किया जाएगा। आज मिशन साहसी कार्यक्रम का उदघाटन यश एन यश गर्ल्स इंटर कॉलेज व शिवदयाल जायसवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में किया गया। उदघाटन में प्रवासी पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में दामिनी श्रीवास्तव , कराटे कोच जया त्रिपाठी , लिम्का बुक पुरस्कार विजेता अंकुर श्रीवास्तव , राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बृजेश वर्मा , प्रधानाचार्य मीरा पांडेय , मीना सिंह ने माँ सरस्वती को पुष्पांजलि करके किया द्य प्रांत छात्रा प्रमुख दामिनी श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं को मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए एबीवीपी राष्टीय स्तर पर अभियान चला रही है।
इसी प्रकार अवध प्रांत में भी छात्राओं को निडर और मजबूत बनाने के लिए एबीवीपी प्रशिक्षण दे रही है ताकि महिलाएं सामाजिक बुराइयों का डटकर सामना कर सके द्य कराटे ट्रेनर जया त्रिपाठी ने कहा कि आज छात्राओं को सशक्त बनने की आवश्यकता है और विद्यार्थी परिषद का मिशन साहसी कार्यक्रम उन्हें सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध होगी द्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बृजेश वर्मा ने कहा कि प्रत्येक नारी के भीतर एक झांसी की रानी है। उस झांसी की रानी को जागृत करना होगा जिससे समाज के अराजक तत्वों को सबक सिखाया जा सके और इसके लिए विद्यार्थी परिषद का मिशन साहसी अभियान एक पुल का कार्य करेगा द्य महानगर संगठन मंत्री मयंक ने कहा कि जिस तरह के हालात हैं उसमें छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की जानकारी होनी चाहिए, ताकि वे बेखौफ होकर अपनी पढ़ाई-लिखाई कर सकें. हम चाहते हैं कि लड़कियां अपने शौर्य का प्रदर्शन करें, निर्भय बनें।
लिम्का बुक पुरस्कार विजेता अंकुर ने कहा कि मिशन साहसी जैसे कार्यक्रमों की हमें बहुत आवश्यकता है और ज्यादा से ज्यादा लोग इससे प्रशिक्षण पा सके ऐसा प्रयास करते रहना चाहिए जिससे ज्यादा से ज्यादा महिलाओ को आत्मरक्षा की सजगता आये द्य इस दौरान सृष्टि , तृप्ति सिंह , आँचल , त्रिपुरारी आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।