अयोध्या यलोजोन में बिना आईडी के नहीं मिला प्रवेश, चार पहिया वाहनों का प्रवेश रहा वर्जित

अयोध्या। सुप्रीम कोर्ट का फैंसला आने के तीसरे दिन अयोध्या में सुरक्षा घेरा सख्त रहा परन्तु माहौल शन्तिपूर्ण रहा तथा किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। मुख्य रूप से यलोजोन की पूरी तरह घेराबंदी सुरक्षा बलों ने बैरीकेटिंग लगाकर कर रखी है दो पहिया वाहनों को आईडी व तलाशी के बाद आने-जाने दिया जा रहा है परन्तु चार पहिया वाहनों का प्रवेश सोमवार को भी पूरी तरह वर्जित रहा। ध्वनि विस्तारक यंत्रों से लोगों को अवगत कराया जा रहा है कि उन्हें किसी तरह की भी कठिनाई नहीं होने पायेगी वह सुरक्षा बलों का सहयोग करें जिससे कोई उपद्रवी तत्व धर्मनगरी में प्रवेश न करने पाये। राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के तुरंत बाद जो अनिश्चितता और आशंका छाई हुई थी, वह धीरे धीरे सामान्य स्थिति की ओर बढ़ती नजर आ रही है। सरयू नदी के किनारे नया घाट पर जहां 9 नवंबर को एक भी श्रद्धालु स्नान करता नहीं दिखा था वहीं रविवार 10 नवंबर को कुछ श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते नजर आए और सोमवार की सुबह सवेरे श्रद्धालुओं का जत्था सरयू में डुबकी लगाता दिखा। सोमवार को बाहर से भी श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला रहा। हनुमान गढ़ी मंदिर में आम दिनों की तरह पूजा अर्चना की गई। कनक भवन में भी श्रद्धालुओं ने पूजन किया। हनुमानगढ़ी के पास छोटी-छोटी दुकानें खुली रहीं और लोग पूजन सामग्री, प्रसाद और अन्य सामान खरीदते मिले। सुरक्षा व्यवस्था हर जगह चाक-चौबंद थी। हनुमानगढ़ी की ओर बढ़ने वाले रास्तों पर जगह-जगह बैरियर लगाए गए थे। वाहनों का प्रवेश बंद था।
वहीं शहर के चौक बाजार में दुकानें आम दिनों की तरह ही खुलीं और सड़क पर चहल-पहल नजर आई। स्थानीय लोगों से बात करने पर यही प्रतिक्रिया मिली कि सब कुछ सामान्य है, अयोध्या में हिंदू और मुसलमान के बीच कहीं किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को वापस उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश रोडवेज की ओर से नया घाट पर शनिवार को बसों का भारी-भरकम इंतजाम किया गया था। नया घाट पर आज एक भी बस नजर नहीं आई। वहां मौजूद यातायात पुलिस के एक अधिकारी से जब पूछा तो उन्होंने बताया कि अब हालात सामान्य हो चले हैं इसलिए बसों का संचालन अयोध्या बस अड्डे से ही हो रहा है। अयोध्या बस अड्डे पर आम दिनों की अपेक्षा आज बसों की संख्या अधिक थी। भीड़ थी और श्रद्धालु अपने अपने गंतव्य को जाने के लिए बसों की प्रतीक्षा करते भी नजर आए। कुछ समय के लिए यातायात जाम की स्थिति भी बनी लेकिन दिल्ली, गोरखपुर, लखनऊ, गोंडा, बस्ती, प्रयागराज सहित विभिन्न ज़गहों के लिए बसों का आना-जाना लगातार जारी था। शहर के होटलों, धर्मशाला और आश्रमों में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ थी। अयोध्या में कल बारावफात का जुलूस नहीं निकला लेकिन आज सुबह सामान्य स्थिति देखकर और स्थानीय लोगों से बातचीत कर, इस संबंध में कहीं किसी तरह का कोई तनाव महसूस नहीं हुआ।