-भाजपा विधायक रामचन्द्र यादव की शिकायतपर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
अयोध्या। जिले के रुदौली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रामचंद्र यादव की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। विधायक ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) पर स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों और अधिकारियों के उत्पीड़न के साथ-साथ निजी नर्सिंग होम से अवैध वसूली करने का गंभीर आरोप लगाया था। इस शिकायत के आधार पर उत्तर प्रदेश सरकार के विशेष सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) आर्यका अखौरी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी है।
समिति को मात्र एक सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। जांच समिति में निदेशक पैरामेडिकल, अपर निदेशक कार्मिक और अपर निदेशक चिकित्सा एवं परिवार कल्याण (अयोध्या मंडल) को शामिल किया गया है। ये अधिकारी सीएमओ के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों की गहन पड़ताल करेंगे।
विधायक रामचंद्र यादव ने अपनी शिकायत में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया था कि सीएमओ स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को अनावश्यक रूप से परेशान करते हैं, जिससे विभागीय कार्य प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा, निजी नर्सिंग होम संचालकों से मोटी रकम की वसूली करने का आरोप भी लगाया गया, जो स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर डाल रहा है। विधायक ने यह शिकायत सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय और स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों तक पहुंचाई थी, जिसके बाद त्वरित एक्शन लिया गया।
यह मामला स्वास्थ्य विभाग में खलबली मचा रहा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, सीएमओ के खिलाफ जांच की खबर फैलते ही अधिकारियों और कर्मचारियों में असुरक्षा की भावना व्याप्त हो गई है। कई कर्मचारी निजी तौर पर विधायक की शिकायत से सहमत बताए जा रहे हैं, लेकिन खुले तौर पर बोलने से कतरा रहे हैं। अयोध्या मंडल के स्वास्थ्य महकमे में यह पहला मौका नहीं है जब विधायक रामचंद्र यादव की शिकायत पर बड़ी कार्रवाई हुई हो। इससे पहले भी विधायक की फटकार और शिकायतों के चलते कई अधिकारियों को सबक सिखाया जा चुका है।
गौरतलब है कि हाल ही में विधायक की शिकायत पर मुख्य अभियंता (वितरण) अशोक कुमार चौरसिया का तबादला कर दिया गया था। चौरसिया पर बिजली विभाग में अनियमितताओं और लापरवाही के आरोप थे, जिसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया। इसके अलावा, एसडीएम रुदौली का भी विधायक से विवाद के बाद गैर जिले तबादला हो चुका है। इन घटनाओं से स्पष्ट है कि रुदौली विधायक रामचंद्र यादव अपनी क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर बेहद सख्त रुख अपनाते हैं और उच्च स्तर पर शिकायत दर्ज कराते हैं, जिसका असर तुरंत दिखाई देता है।