माइक्रो फॉरेस्ट के प्राकृतिक वातावरण में कैंटीन का भी किया जायेगा निर्माण
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अपने नए परिसर में तीन माइक्रो फॉरेस्ट तैयार कर रहा है. इसके अलावा जल संरक्षण और पर्यटकों के लिए प्राकृतिक रूप से एक खूबसूरत तालाब का निर्माण करने जा रहा है. माइक्रो फॉरेस्ट के प्राकृतिक वातावरण में कैंटीन का भी निर्माण किया जाएगा।
कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित की पहल पर अवध विश्वविद्यालय ग्रीन समिति तीन माइक्रो फॉरेस्ट तैयार कर रही है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जल संरक्षण अभियान के तहत परिसर के विशालकाय तालाब को खूबसूरत बनाते हुए उसे पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का कार्य शुरू हो गया है। ग्रीन समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि कुलपति जी की पहल पर तीन माइक्रो फॉरेस्ट के लिए जगह का चिन्हांकन कर कार्ययोजना को अंजाम दिया जा रहा है। क्रान्तिवीर गेंदालाल दीक्षित सत्कार भवन के बगल बनने वाले माइक्रो फारेस्ट में पेड़ों के नीचे खूबसूरत बेचों पर बैठकर चाय नाश्ता का लुत्फ उठाया जा सकेगा। ग्रीन समिति अध्यक्ष के अनुसार इन माइक्रो फॉरेस्ट को मियावाकी विधि से तैयार किया जाएगा. राम इसकी तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं. न्यू कैंपस में स्थित 7700 स्क्वायर मीटर के विशालकाय तालाब के एक हिस्से में माइक्रो फॉरेस्ट और शेष तालाब को प्राकृतिक रूप से खूबसूरत बनाया जाएगा. पर्यटन की दृष्टि से भी न्यू कैंपस को तैयार किया जा रहा है जिससे अयोध्या आने वाले पर्यटक अवध विश्वविद्यालय भी आएं।
आचार्य मनोज दीक्षित की प्रेरणा से ही कैंपस में म्यूजियम भी तैयार किया जाएगा, जिसमें अवध क्षेत्र सहित उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय लोक कलाओं, संस्कृति को संरक्षित किया जाएगा. ग्रीन समिति अध्यक्ष ने बताया कि योजनाओं के पूर्ण होने के बाद विश्वविद्यालय को आर्थिक लाभ भी होगा।