-समाजसेवी विनोद सिंह ने निभाई सेवा की अगुवाई
रुदौली। रुदौली तहसील के दक्षिणी छोर पर आदि गंगा गोमती नदी के तट पर स्थित सुप्रसिद्ध सिद्धपीठ मां कामाख्या धाम मंदिर सुनवा परिसर में शारदीय नवरात्रि के अवसर पर नौ दिनों तक लगातार भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। यह भंडारा क्षेत्र के प्रतिष्ठित समाजसेवी विनोद सिंह की देखरेख में लगातार कई वर्षों से आयोजित किया जा रहा है।
पूरे नवरात्रि तक प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर मां के दर्शन करते हैं और भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते हैं। मंदिर परिसर भक्तों की आस्था और भक्ति से दिनभर गूंजता रहता है।
भंडारे की व्यवस्था अत्यंत सुव्यवस्थित और अनुशासित रहती है,जिसमें हर आने वाले श्रद्धालु को ससम्मान प्रसाद प्राप्त होता है। यह आयोजन अब केवल धार्मिक परंपरा भर नहीं,बल्कि क्षेत्र में सेवा,समर्पण और सहयोग की मिसाल बन चुका है।
नवमी को पहुंचकर किया पूजन,मांगी क्षेत्रवासियों की खुशहाली की कामना
महानवमी के दिन समाजसेवी विनोद सिंह मां कामाख्या के दरबार पहुंचकर सर्वप्रथम 551 कन्याओं का विधिवत पूजन अर्चन व अंगवस्त्र भेंट कर भंडारे की शुरुवात की और क्षेत्र की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। इसके उपरांत उन्होंने भंडारे में स्वयं उपस्थित होकर श्रद्धालुओं को अपने हाथों से प्रसाद वितरित किया।
उनकी सेवा भावना देखकर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।इस अवसर पर जितेंद्र यादव,महेश यादव प्रधान,सालिकराम यादव,मो सुफियान,कुंवर सौरभ सिंह,तेज बहादुर सिंह,सुरेंद्र यादब,अनुराग सिंह,रविन्द्र सिंह,सुरेंद्र कुमार एडवोकेट,जगदीश सिंह सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
समाज सेवा में भी रखते हैं अग्रणी भूमिका
धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ विनोद सिंह समाज सेवा के क्षेत्र में भी लगातार सक्रिय हैं। वे शिक्षा,स्वास्थ्य, गरीब कन्याओं के विवाह,दिव्यांगों और वृद्धों की सहायता सहित कई सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं। आपदा या संकट के समय भी वे सबसे पहले जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाते नजर आते हैं।
स्थानीय जनता में विशेष सम्मान
क्षेत्रीय जनता का कहना है कि विनोद सिंह नवरात्रि में केवल भंडारा ही नहीं कराते,बल्कि सालभर समाज की बेहतरी के लिए काम करते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि “विनोद सिंह जैसे लोग समाज की असली रीढ़ हैं,जिनका मकसद सिर्फ प्रचार नहीं,सेवा है।”