”पत्रकारिता में भाषा की भूमिका’’ विषय पर हुआ व्याख्यान
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में ‘‘पत्रकारिता में भाषा की भूमिका’’ विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ के आचार्य एवं हिंदी के प्रख्यात साहित्यकार प्रो0 सूर्य प्रसाद दीक्षित रहे। पत्रकारिता के क्षेत्र में भाषा विज्ञान की परख विषय पर अपनी बात रखते हुए प्रो0 दीक्षित ने कहा कि एक पत्रकार के लिए सिर्फ उपाधि का होना ही जरूरी नहीं है अपितु तकनीकी पक्ष की जानकारी एवं शब्दकोश एक पत्रकार की शक्ति होते हैं, इसी के बलबूते वह अपनी पहचान बनाता है। आज की पत्रकारिता तकनीकों पर आधारित है और सूचना की शक्ति दिनोंदिन बढ़ती जा रही है।
प्रो0 दीक्षित ने कहा कि पत्रकारिता एक ऐसी विधा है जिसमें खुले सवालों की परीक्षा देनी पड़ती है। एक पत्रकार को गुणात्मक विकास के लिए तैयार रहना चाहिए, लोकजीवन नगरीय जीवन और राजनीतिक जीवन ज्ञान के प्रमुख स्रोत है, ये सभी स्रोत एक पत्रकार के लिए पाठशाला होते हैं। जिज्ञासा पत्रकार का आभूषण है इसी से उसकी सृजनशीलता में गुणात्मक वृद्धि होती है। पत्रकार समाज का शिक्षक होता है और बुद्धिजीवी वर्ग का प्रतिनिधि भी होता है। पत्रकारिता त्वरित लेखन की कला है और जनता को प्रशिक्षित करना सम्यक ज्ञान से अवगत कराना पत्रकारिता का धर्म है। इस अवसर पर अपने संदेश में विभाग के समन्वयक प्रो0 के0 के0 वर्मा ने कहा कि ऐसे व्याख्यान छात्र-छात्राओं के लिए बहुत उपयोगी होते हैं, इससे विद्यार्थियों के ज्ञान और कौशल का विकास होता है। अतिथि का स्वागत एवं माल्यार्पण विभाग के शिक्षक डॉ0 राज नारायण पांडेय और डॉ0 अनिल कुमार विश्वा ने किया। कार्यक्रम का संचालन विभाग के वरिष्ठ शिक्षक डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन विभाग के शिक्षक डॉ0 राजेश सिंह कुशवाहा ने किया। व्याख्यान में लालजी मौर्य, सूर्यकांत, मोहित, अम्बरीष, शोभा, अंकिता, प्रीति, वैभव, राकेश, आदित्य, शिवेंद्र, स्वप्निल, वासुदेव, प्रेमचंद, नंद मोहन, साक्षी सौरभ, रजनीश, दीपाली, युक्ति, वर्षा, हर्षित, जागृति, सुमन, सहित अन्य छात्र छात्राओं की उपस्थित उल्लेखनीय रही।