डीएम ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का किया दौरा

अयोध्या। मौसम विभाग ने 24 घंटों के दौरान वर्षा भले ही शून्य मिली मीटर रिकॉर्ड की हो लेकिन सरयू का जलस्तर उफान पर है। नेपाल की ओर से छोड़े गए पानी के चलते सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से 78 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। कतार के इलाकों में फसलें जलमग्न हो गई है और स्थानीय निवासियों को पेयजल के साथ अन्य दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिलाधिकारी ने विकासखंड- पूरा बाजार के बाढ़ प्रभावित ग्राम मांझा मूड़ाडीहा का निरीक्षण कर बाढ़ से प्रभावित लोगों को स्वच्छ पेयजल के साफ-साफ उनकी ओर से उपलब्ध कराए जाने वाली राशन आदि के किट का वितरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है।
लगातार बढ़ रहे सरयू के जल स्तर में मंगलवार को सुबह भी बढ़ोतरी देखी गई। केंद्रीय जल आयोग ने सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से 78 सेंटीमीटर ऊपर 93.510 मीटर रिकॉर्ड किया। गनीमत यह की सुबह 8ः00 बजे से ही सरयू का जलस्तर स्थिर बना हुआ है। हालांकि सरयू के जल स्तर में उफान के चलते नदी के किनारे बसे इलाकों में जलभराव हो गया है और सैकड़ों बीघे फसल जलमग्न हो गई है। कटार के इलाकों में बसे लोगों के घरों में पानी पहुंच गया और लोगों ने सिंचाई विभाग की ओर से सरयू के जल को ग्रामीण क्षेत्रों तथा आबादी क्षेत्र में घुसने से रोकने के लिए बनवाए गए बंधों पर शरण ले रखी है। बाढ़ प्रभावित लोग अपने जानवर भी साथ लेकर आए हैं। इलाका जलमग्न होने के नाते जहां एक और पशुओं के साथ मत चारे का संकट है वही बंदे पढ़ाई स्थाई रूप से जीवन यापन कर रहे लोगों के समक्ष स्वच्छ पेयजल और भोजन पानी का भी। जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ को देखते हुए बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया है और राजस्व अमले की टीम मैदान में उतारी गई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के परिवारों को राशन किट के साथ अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मंगलवार को जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने तहसील-सदर के विकासखंड पूरा बाजार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र ग्राम पंचायत मूड़ाडीह का स्थलीय निरीक्षण किया। स्थानीय लोगों की मौजूदगी में उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों को सरकार की ओर से उपलब्ध कराई जा रही सहायताओं यथा- राशन किट, मिट्टी का तेल, पशुओं के टीकाकरण व चारे तथा स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य कैंप आदि की जानकारी ली।