अयोध्या। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती रविवार को राम की पैड़ी पर एकता दिवस के रूप में मनाया गया। शंख ध्वनि संस्था के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश अध्यक्ष कबड्डी संघ के विकास सिंह द्वारा आयोजन राम की पैड़ी पर आयोजित किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को उत्साह पूर्वक मनाना रहा। 70 फीट की भारत के नक्शे की मानवीय श्रृंखला व सरदार वल्लभभाई पटेल की 12 फीट की रंगोली बनाई गई।
रविवार को शंख ध्वनि संस्था के द्वारा राम की पैड़ी पर सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर भारत का नक्शा तिरंगे के परिवेश व वेशभूषा से मानव श्रृंखला द्वारा भारत के नक्शे को प्रदर्शित किया गया। जिसकी लंबाई 70 फीट रही। वहीं सरदार वल्लभभाई पटेल की 12 फीट की रंगोली भी बनाई गई। जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही। इस दौरान रंगोली से बनाई गई सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र व मानव श्रृंखला द्वारा बनाए गए भारत के नक्शे के चारों तरफ पुष्प से कार्यक्रम को आलोकित किया गया।
आयोजन में वॉल इंटीरियर के रूप में 146 , युवाओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के आयोजक शंख ध्वनि संस्था के अध्यक्ष उत्तर प्रदेश कबड्डी संघ के विकास सिंह ने अपने विचार रखें सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन पर प्रकाश डाला और उनके द्वारा किए गए कार्यों एवं सहयोग को याद दिलाते हुए कहा कि उनका पूरा जीवन दर्शन हम सब के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में है जो सदैव अनुकरणीय हैं
उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर को देश के महान सपूत सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई जाती है। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में अनेक महान व्यक्ति हुए हैं उनमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से एक सरदार वल्लभभाई पटेल भी एक थे भारत के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज कराने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान कोई नहीं भूल सकता भारत का शिल्पकार माने जाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल ने आजादी के बाद टुकड़ों में बनी 565 रियासतों को जोड़कर एक अखंड भारत बनाया था। इस अवसर पर दुर्गेश पांडेय, रंगोली चित्रकार शुभम कुमार कुशवाहा व राजा धीराज सिंह, हिमांशु मिश्रा, दीपा रघुवंशी, वाणी शुक्ला, अमृतेश्वर शुक्ला, राघवेंद्र मिश्रा, रोहित पाल, उदय अग्रहरी मौजूद रहे।