41 परीक्षा केंद्रों पर कुल 19392 अभ्यर्थी देंगे परीक्षा
अयोध्या। वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके नोबेल कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच फिर से प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन शुरू हो गया है। प्रदेश के शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए आयोजित संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा के बाद अब जिला प्रशासन खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी में जुटा है। खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा को सक्षम संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने पूरे जनपद को 7 जोन और 15 सेक्टर में बांटकर जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की है। जिले के 40 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा के लिए कुल 19392 अभ्यर्थियों को बुलावा पत्र भेजा गया है।
गत रविवार शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने जनपद ने उत्तर प्रदेश संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा का आयोजन कराया था। प्रदेश सरकार की ओर से जारी सप्ताहांत के दो दिवसीय शनिवार और रविवार के लाकडाउन को लेकर परीक्षा से जुड़े लोगों को लाकडाउन से ढील दी गई थी। उसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा के अभ्यर्थियों तथा परीक्षा से जुड़े लोगों को लॉकडाउन के प्रतिबंधों में छूट दी गई है। प्रारंभिक परीक्षा को लेकर परीक्षा से जुड़े लोगों को आवाजाही के लिए वाहनों के आवागमन की छूट होगी तथा प्रवेश पत्र और ड्यूटी कार्ड को पास के रूप में माना जाएगा।
सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में आयोजित होने वाली इस परीक्षा को लेकर भी निषेधाज्ञा और कोरोना के नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराने के लिए हिदायत जारी की गई है। केंद्र व्यवस्थापको को परीक्षा केंद्र का सैनिटाइजेशन कराने के साथ कोरोना को लेकर जारी दिशा-निर्देशों का अक्षरश : पालन कराने को कहा गया है। खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा के नोडल अधिकारी जिले के मुख्य राजस्व अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि रविवार को दोपहर 12:00 से 2:00 के बीच आयोजित इस परीक्षा में जिले में 19392 अभ्यर्थियों के लिए कुल 41 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा को सफल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से 7 जोन और 15 सेक्टर बनाकर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। इसके साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों पर 1-1 स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की जा रही है। उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र के 500 मीटर की परिधि में इलेक्ट्रोस्टेट फोटोस्टेट पीसीओ के संचालन पर निषेध रहेगा। अभ्यर्थी और परीक्षा कार्य में जुड़े लोगों का प्रवेश पत्र और ड्यूटी पत्र ही पास माना जाएगा।