अयोध्या। संत कबीर साहेब की 623वीं जयन्ती इस बार कबीर मन्दिर जियनपुर में कोरोना प्रोटोकाल के मद्देनजर सादगी के साथ मनाई गयी। इस अवसर पर मन्दिर के पूर्व अध्यक्ष स्वरूपलीन महन्त उदारदास को विशेष रूप से स्मरण, नमन एवं श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए उनकी स्मृति में ’’उदार वट वृक्ष’’ के साथ पाकड़ व पीपल के भी पौधें रोपित किये गये। साथ ही श्रद्धांजलि समारोह एवं भण्डारा भी सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में तपस्वी छावनी के महन्त जगद्गुरू परमहंस आचार्य व विशिष्ट अतिथि पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य अरविन्द सिंह पटेल द्वारा संयुक्त रूप से ’’उदार वट वृक्ष’’ का रोपण किया गया। तत्पश्चात आयोजित समारोह में उपरोक्त अतिथियों के अलावा अन्य तमाम वरिष्ठ संतो व गणमान्य लोगों ने कबीर साहेब और मन्दिर से संस्थापक स्वरूपलीन महंत रामसूरत साहेब के साथ ही साथ मन्दिर समिति के पूर्व अध्यक्ष उदार दास जिनका विगत 18 अपै्रल 2021 को आकस्मिक निधन हो गया, के चित्र पर श्रद्धा के पुष्प अर्पित किए। मुख्य अतिथि परमहंस आचार्य ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि भगवान राम के प्रति कबीर साहेब की भक्ति अपने आप में अद्वितीय है।
उन्होंने भक्ति जगत में न सिर्फ क्रान्तिकारी परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया बल्कि भौंतिक दुनिया को भी बेहतर बनाने का सार्वभौमिक दर्शन दिया जो मनुष्य के इतिहास का अमूल्य धरोहर है। जब तक यह धरती रहेगी और मानव समाज रहेगा तब तक कबीर साहेब के विचारों की प्रासंगिकता, सार्थकता एवं उपयोगिता कम नहीं हो सकती।
कार्यक्रम का संचालन उमाशंकर दास ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ संत परीक्षा दास, धर्मप्रकाश दास, रामप्रकाश दास, निगम साहेब, शील दास, महन्त सनत कुमार दास रामायणी, विवेक ब्रम्हचारी, प्रधानाचार्य निर्मल कुमार वर्मा, समाजसेवी चन्द्रपाल वर्मा, ग्राम प्रधान राजेश मौर्य, राम अभिलाष वर्मा, विष्णु यादव, विनोद पटेल, सनोज पाल, मन्दीप पाण्डेय, हाईकोर्ट लखनऊ के वरिष्ठ अधिवक्ता एम.बी.सिंह, रामलाल दास, एतेहेशाम, भजन गायक सरल दास सहित बड़ी संख्या में संतों, भक्तों एवं गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही।