-कृषि विश्वविद्यालय ने पशु चिकित्सा शिविर का किया आयोजन
अयोध्या। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय स्थित पशु चिकित्सा पशुपालन महाविद्यालय के पशु औषधि विभाग ने ग्राम पंचायत गढ़ोली अमानीगंज ब्लाक मैं रक्ताल्पता जांच एवं उपचार शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में पशुपालकों को उनके पशुओं के रक्त और दूध की जांच कर रक्ताल्पता और थनैला रोग की वास्तविक स्थिति एवं बचाव के तरीकों से अवगत कराया गया।
पशु स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिविर की इस कड़ी के प्रेरणा स्त्रोत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह की कृषकों से सीधे संपर्क स्थापित करने की मुहिम का प्रतिफल है । कुलपति समय-समय पर इस प्रकार के चिकित्सा शिविरों के आयोजन पर विशेष बल देते रहे हैं। इस चिकित्सा शिविर में 51 गाय एवं भैंस की जांच की गई जिनमें से 16 गाय एवं भैंसों के रक्त मैं हीमोग्लोबिन की जांच कर रक्ताल्पता के के कारण एवं बचाव के तरीकों से पशुपालकों को अवगत कराया गया, तथा गंभीर रूप से ग्रसित पशुओं में कीड़े एवं आयरन की दवाई वितरित की गई । यह शिविर इंटास फार्मास्युटिकल्स कंपनी के सहयोग से लगाया गया।
पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ आर के जोशी ने बताया कि रक्ताल्पता की दशा में पशु कमजोर हो जाता है , गर्मी में नहीं आता, गाभिन नहीं होता एवं उसके दूध देने की क्षमता भी कम हो जाती है। अतः समय समय पर रक्त की जांच पर बल दिया । इस शिविर में औषधि विज्ञान विभाग के डॉक्टर जे पी सिंह डॉक्टर सत्यव्रत सिंह डॉक्टर रामाकांत एवं पशु शरीर क्रिया विभाग के डॉ प्रमोद कुमार ने प्रतिभाग किया । पशुपालकों की ओर से पूछे गए सभी समस्याओं का निवारण कर विभिन्न रोगों से बचाव के बारे में पशुपालकों को जानकारी दी गई। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि नवंबर माह मे पशु औषधि विज्ञान विभाग द्वारा इस प्रकार के और भी शिविर का आयोजन किया जाना तय किया गया है ।