15 अक्टूबर से आएगी निर्माण में तेजी,पिलर पर 6 फुट का ठोस फाउंडेशन और बनेगी सुरक्षा दीवार: डा. अनिल मिश्र
अयोध्या। राम जन्मभूमि पर नागर शैली में बनने वाले मंदिर निर्माण को लेकर पिलर की नींव की मजबूती मापने के लिए कवायद में जुटी विशेषज्ञों की टीम ने 11 पिलर का फाउंडेशन तैयार कर लिया है। मंदिर निर्माण के लिए जमीन के भीतर 1 मीटर व्यास के कुल 12 पिलर गलाए जाएंगे। इन पिलरों के ऊपर 6 फुट का ठोस फाउंडेशन बनेगा और फाउंडेशन की सुरक्षा के लिए चारों ओर सुरक्षा दीवार बनाई जाएगी। 15 अक्टूबर से मन्दिर निर्माण के लिए विधिवत काम शुरू हो जाएगा। वर्ष 2022 तक राम मंदिर का पहला तल बनकर तैयार हो जाएगा। यह कहना है श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल मिश्र का। रविवार को उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किए जाने के बाद कार्यदाई संस्था लार्सन एंड टूब्रो के विशेषज्ञ विभिन्न विशेषज्ञों की टीम के साथ राम मंदिर निर्माण के लिए परिसर में 1200 पिलर खड़ा करने के लिए पिलर के नींव की मजबूती मापने के लिए 100 फीट नीचे बनाए जा रहे फाउंडेशन के निर्माण और परीक्षण में जुटे हैं।पिलर टेस्टिंग का यह पूरा कार्य आईआईटी रुड़की और आईआईटी चेन्नई की देखरेख में किया जा रहा है। इसमें भूमि की मजबूती और भार सहने की क्षमता का आंकलन किया जा रहा है। ट्रस्ट सदस्य के मुताबिक कार्ययोजना के मुताबिक 15 अक्टूबर के पहले ही ट्रस्ट को परीक्षण रिपोर्ट हासिल हो जाएगी और तय योजना के मुताबिक ट्रस्ट 15 अक्टूबर से राम मंदिर निर्माण के लिए निर्माण कार्य की विधिवत शुरुआत करा देगा।योजना के मुताबिक जन्म स्थान पर राम मंदिर निर्माण के लिए 1200 पिलर्स के निर्माण का कार्य जून 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद बुनियाद के ऊपर का कार्य प्रारंभ होगा। अभी तक तय योजना के मुताबिक 12 सौ पिलर का निर्माण पूरा होने के बाद राम मंदिर के फाउंडेशन के लिए पिलर के ऊपर 6 फीट ऊंचा राफ्ट का प्लेटफार्म बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मंदिर 1000 वर्ष से ज्यादा समय तक सुरक्षित रहे, इसके लिए तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने पिलर पर बनाये गए मंदिर के फाउंडेशन के किनारे-किनारे सुरक्षा दीवार के निर्माण का निर्णय किया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने बताया कि पहले 3 पिलर के नींव का फाउंडेशन तैयार कर इसके परीक्षण का निर्णय लिया गया था,लेकिन अब परीक्षण के लिए बनने वाले पिलर के नींव की फाउंडेशन की संख्या बढ़ दी गई है। इसके निर्माण व टेस्टिंग का कार्य पूरा कर रिपोर्ट आने के बाद 15 अक्टूबर से मन्दिर निर्माण की तेजी से शुरुआत हो जाएगी। जून 2021 तक मंदिर के लिए आवश्यक 1200 पिलर्स का निर्माण कर लिया जाएगा और इसके बाद बुनियाद का फाउंडेशन तैयार करके मंदिर का ऊपरी हिस्सा तैयार होगा। वर्ष 2022 में राम मंदिर के पहले तल का निर्माण कार्य पूरा कर दूसरे तल का निर्माण शुरू कराया जाएगा।