-दस दिवसीय समरोह में शामिल होंगे देश भर के संत और श्रद्धालु
अयोध्या। प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या में 5 अक्टूबर 2022 से प्रारंभ होगा महायज्ञ जिसमें 1 करोड 30 डाली जाएंगी आहूतियां। 501 जापको द्धारा 13 करोड़ षड़ाक्षर श्री राम मंत्र का होगा जप, यह जानकारी प्रेस से मुखातिब होते हुए श्रीमद जगद्गुरु रामानंदाचार्य श्री श्री 1008 स्वामी श्रीवल्लभाचार्य महाराज ने बताया। उन्होंने बताया कि अनन्तः श्री विभूषित गौरांग महाप्रभु प्रेमावतार हमारे श्री गुरुदेव सरकार श्री रामहर्षण देवाचार्य महराज द्वारा संपन्न श्रीमंत्र राज अनुष्ठान के रजत जयंती समारोह पर यह आयोजन 5 अक्टूबर से 14 अक्टूबर 2022 तक चलेगा जिसमें 11, 12, 13 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय विश्वस्तरीय विराट संत सम्मेलन होगा और देश के सभी संप्रदाय के सभी धर्म 4 इस सम्मेलन में उपस्थित होंगे साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
उन्होंने बताया कि 5 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक डॉ राजेंद्रदेवाचार्य महाराज की श्रीमद्भागवत महापुराण कथा श्री रामचरितमानस का पाठ श्रीमद् बाल्मीकि रामायण व प्रेम रामायण का पाठ और वृंदावन की प्रसिद्ध चैतन्य महाप्रभु की लीला भी होगी। जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य महराज ने बताया कि राम मंदिर के साथ अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय महायज्ञ और सम्मेलन सभी राम भक्तों और सनातन धर्म में एक चेतना जागृत करेगी और इसका वैभव बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा कि यह आयोजन अलौकिक है जिस को सफल बनाने के लिए अयोध्या के सभी धर्माचार्य एकत्रित होकर कार्य कर रहे है। मंगल पीठाधीश्वर महंत कृपालु राम भूषण दास महाराज ने बताया कि ऐसा महायज्ञ पहले अयोध्या में नहीं हुआ था। इसको दिव्य और भव्य बनाने के लिए हम सभी प्रयास कर रहे हैं। श्री वल्लभाचार्य जी महाराज का धन्यवाद करते हैं कितना वृहद आयोजन वह अयोध्या में कर रहे है। इस अवसर पर बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश दास, तुलसी दास छावनी के महंत जनार्दन दास, पत्थर मंदिर के महंत मनीष दास, राम महल वैदेही भवन के महंत राम जी शरण, रामबल्लभाकुंज के राजेंद्र शास्त्री सहित अयोध्या के अन्य संत महंत उपस्थित रहे।