-जन-जन के लिए, पृथ्वी के कल्याण के लिए’ स्वाथ्य मेले का किया गया आयोजन
अयोध्या। आयुष मंत्रालय, भारत सरकार, ने 10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की मनाने की घोषणा की, जो अब से हर साल 23 सितंबर को मनाया जाएगा। यह ऐतिहासिक बदलाव आयुर्वेद को एक सार्वभौमिक पहचान देगा, जिससे वैश्विक स्तर पर अधिक भागीदारी सुनिश्चित होगी। इस वर्ष का विषय है“ ’आयुर्वेद फॉर पीपल एंड प्लेनेट“(आयुर्वेद : जन-जन के लिए, पृथ्वी के कल्याण के लिए’)।
इस मुख्य विषय के तहत, कई उप-विषय (सब-थीम) हैं जो विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं जैसे मोटापे की रोकथाम ,मोटापे की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए आयुर्वेदिक सिद्धांतों और जीवनशैली में बदलाव को बढ़ावा देना। कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उपचार के लिए आयुर्वेद के पूरक दृष्टिकोण पर जानकारी प्रदान करना,युवाओं के बीच आयुर्वेद के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए छात्रों तक पहुंच बनाना ,मनुष्यों, जानवरों और पौधों के स्वास्थ्य के बीच संबंध को उजागर करना, जिसे “वन हेल्थ“ अवधारणा के रूप में भी जाना जाता है।आयुर्वेद को डिजिटल स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों के साथ एकीकृत करने पर जोर देना।
उपरोक्त विषयों को ध्यान में रखते हुए मुख्य विकास अधिकारी अयोध्या की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि छे क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डॉ महेंद्र सिंह विष्णु के निर्देशन में मंगलवार को जिले के सभी चिकित्सालय निशुल्क चिकित्सा शिविर, प्रकृति परीक्षण , योग शिविर,प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को आयुर्वेद फॉर पीपल एंड प्लेनेट“ विषय आधुनिक स्वास्थ्य चुनौतियों के प्रबंधन में आयुर्वेद के महत्व, जीवन शैली गत रोग (स्थोल्य, कैंसर, मधुमेह इत्यादि)को रेखांकित किया गया बन विभाग द्वारा औषधीय पौधों का वितरण, उपयोगिता, रख-रखाव, किसानों को औषधीय पौधों के खेती के लिए प्रोत्साहित ,आयुर्वेद में वर्णित दिनचर्या, ऋतुचर्या, आचार रसायन के बारे में बताया गया।
यह जिले के सभी चिकित्सालय में किया गया इसमें लगभग 2000 रोगी को निःशुल्क दवाएं का वितरण भी किया गया। आयुर्वेद दिवस का मुख्य कार्यक्रम अयोध्या मिनी एक्सपो का आयोजन आयुष मान आरोग्य मंदिर (आयुष) कनीगंज अयोध्या में किया गया, जिसमें क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डॉ. महेंद्र सिंह विष्णु एवं अरुण कुमार मौर्य ने भगवान धनवंतरी को माल्यार्पण एवं दीप जलाकर किया ।मेले मे 3000 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण, प्रकृति परीक्षण औषधीय पौधों की प्रदर्शनी, पंचकर्म प्रदर्शनी, श्री अन्न, क्षार सूत्र इत्यादि का प्रदर्शनी लगाई।
लगभग 300 बच्चों को स्वर्ण प्राशन करवाया गया , वन विभाग द्वार लगभग 200 औषधीय पौधों का वितरण किया गया। इस अवसर पर जनपद के आयुष चिकित्साधिकारीगण डॉ. राहुल सिंह, डॉ मिथलेश कुमार, डॉ अमृता सिंह, डॉ. धर्मेंद्र कुमार वर्मा, डॉ. अशफाक अहमद, डॉ आदित्य प्रकाश, डॉ. रोमी गुप्ता, डॉ. मोहनी सिंह , डॉ. हर्ष मिश्रा, डॉ. कविता निगम, डॉ लवकुश निगम समस्त योग परीक्षक, फार्मासिस्ट वद्याधर पाठक, राकेश सिंह ,स्टाफ नर्स,एवं समस्त कर्मचारी आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका रही।