Breaking News

निःशुल्क विद्युत कनेक्शन से आच्छादित हुए 101601 घर : ए.एस. रघुवंशी

बेहतर विद्युत आपूर्ति के लिए स्थापित किये गये 5722 नये वितरण परिवर्तक

अयोध्या। जनपद की बिजली व्यवस्था को बेहतर करने के लिए जनपद वासियों को विद्युत आपूर्ति का लाभ पहुंचाने हेतु 71092 लाख रूपये खर्च किये गये है। उक्त जानकारी पत्रकार वर्ता के दौरान अधीक्षण अभियंता ए.एस. रघुवंशी ने दिया। उन्होंने बताया कि जनपद के लिए विद्युत आपूर्ति हेतु 5722 नग नवीन वितरण परिवर्तकों की स्थापना की गयी। 101601 घरों को निःशुल्क कनेक्शन दिये गये। इसके अतिरिक्त 6024 मजरों में विद्युतीकरण किया गया। 33/11 केवी के 8 नये बिजलीघर बनाये गये हैं तथा 33/11 केवी के 21 अद्द बिजलीघरों की क्षमता बढ़ाई गयी है। तुलसमपुर, नाका दुर्गापुरी, वी.पी. मवई, चिर्रा मोहम्मदपुर, ड्योढ़ी, साकेत पी.जी. कालेज, खड़भड़िया एवं गोसाईगंज में नये बिजली घरों का निर्माण कर ऊर्जीकरण किया जा चुका है। 05 अदद उपकेन्द्र भदरसा, टिण्डौली, दिलासीगंज, अयोध व शुजागंज का निर्माण प्रस्तावित है, जिसका कार्य शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जायेगा एवं 01 अदद उपकेन्द्र का कैन्टोमेंट बोर्ड ऐरिया में होना है जिसकी भूमि उपलब्ध नहीं हो पाई है। उपकेन्द्र निर्माण हेतु भूमि प्राप्त करने के सम्बन्ध में लगातार कार्यवाही की जा रही है। इसके अतिरिक्त 02 नग 220 केवी व 132 केवी के पारेषण उपकेन्द्र का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी लागत 18554 लाख है एवं 3856 लाख की लागत से 04 नग पारेषण उपकेन्द्र की क्षमता वृद्धि की गयी है।
श्री रघुवंशी ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि बिजली बिलों की बिलिंग में सहयेग करें और चोरी से बिजली का प्रयोग न करें एवं ससमय विद्युत भुगतान करना सुनिश्चित करें। प्रत्येक दशा में एलईडी बल्ब का प्रयेग करें ताकि शासन की मंशानुरूप विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो सके।

इसे भी पढ़े  केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के विरोध में सपाईयों ने किया प्रदर्शन

Leave your vote

About Next Khabar Team

Check Also

केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के विरोध में सपाईयों ने किया प्रदर्शन

-संसद में डॉ आंबेडकर के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी भाजपा की मानसिकता को दर्शाती …

close

Log In

Forgot password?

Forgot password?

Enter your account data and we will send you a link to reset your password.

Your password reset link appears to be invalid or expired.

Log in

Privacy Policy

Add to Collection

No Collections

Here you'll find all collections you've created before.