डूब रहे युवकों को बचाने में कुणाल यादव ने अदम्य साहस का दिया परिचय
अयोध्या। ’’हमारी मौत भी क्या मौत होगी… लोग रो पड़ेंगे तालिया बजाते-बाजते।।’’ कुणाल यादव के फेसबुक प्रोफाइल पर दर्ज यह पंक्तियां उनके अदम्य साहस की दोतक हैं। सेना में जाकर देश और समाज की सेवा करने की तैयारी में जुटा किशोर कुणाल यादव उस समय अपने आप को रोंक नहीं पाया जब जनौरा स्थित गिरिजा कुण्ड में नहा रहे युवक राहुल और प्रखर जायसवाल डूबने लगे। लोग तमाशबीन बने युवकों को डूबते देख रहे थे ऐसे में रौनाही थाना क्षेत्र के धन्नी का पुरवा निवासी राजिराम यादव का युवा पुत्र कुणाल यादव जो अनने मामा के यहां पहाड़गंज में रह रहा था अपने आप को रोंक नहीं पाया और पैंट शर्ट पहने ही दोनों युवकों को बचाने के लिए सरोवर में कूद गया। वीर युवक कुणाल यादव राहुल और प्रखर जायसवाल को बचाने की कोशिश में खुद भी शहीद हो गया। कुणाल यादव के इस कृत्य को अदम्य साहस और वीरता ही माना जायेगा। कुणाल आज नहीं है परन्तु उसकी वीरता की कहानी सदियों तक लोग दोहराते रहेंगे। कुणाल यादव जैसे वीर युवक राष्ट्रपति के वीरता सम्मान का सही अधिकारी है जो उसे मिलना ही चाहिए।