हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर अवध विवि में हुई संगोष्ठी
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में आज दिनांक 30 मई, 2019 को हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में विभाग के समन्वयक प्रो0 के0के0 वर्मा ने छात्र-छात्राओं को अपने संदेश में कहा कि पत्रकारिता का प्रमुख उद्ेश्य सामाजिक मानंदण्डों को संजोते हुए सजग प्रहरी के रूप में कार्य करना है। पत्रकारिता एक ऐसी विधा है जो सामाजिक मूल्यों को आगे बढ़ाने का कार्य करती है।
पं. जुगल किशोर शुक्ल का जिक्र करते हुए विभाग के शिक्षक डॉ. विजयेंदु चतुर्वेदी ने भारत के पहले हिन्दी साप्ताहिक समाचार पत्र उदत्त मार्तण्ड के एतिहासिक परिद्श्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पत्रकारिता का उद्देश्य मिशन के रूप में संचालित हुआ। स्वतन्त्रता आंदोलन में पत्रकारिता का योगदान सर्वविदित है। मानवीय मूल्यों के संरक्षण के लिए पत्रकारिता सदैव से ही सकारात्मक भूमिका में रही है। विभाग के शिक्षक डॉ. राज नारायण पाण्डेय ने पत्रकारिता के बढ़ते व्यावसायीकरण पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकारिता अपने मूल उद्देश्यों से भटक गयी है। पत्रकारिता एक त्याग की विधा है। सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में पत्रकारिता का योगदान सराहनीय रहा है। डाॅ. अनिल कुमार विश्वा ने कहा कि आज की पत्रकारिता अपने उद्ेश्यों दूर होती जा रही है। डॉ. राजेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि शुरूआती समय में जो पत्रकारिता मिशन थी। इसकी पवित्रता बनाये रखना हम सभी का उत्तरदायित्व है। क्योकि मीडिया समाज का दर्पण है। उन्होंने कहा कि पहले सभी पत्रकार उच्च कोटि के साहित्यकारों के क्षेत्रों से जुड़े थे। यही वजह है कि पत्रकारिता आज भी उच्च मांनदण्डों की प्रतिक्षा में है। संगोष्ठी में विभाग के छात्र सौरभ सिंह, वैभव तिवारी एवं छात्रा साक्षी श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर सूर्यकान्त, रजनीश, राजेश, मोनिका, रवि, सिद्धान्त, नेहा, शिवाकर, राजेंद्र, रवि, वर्षा, हिमांशी, आशीष, राधा, रौशनी, दिनकर, शरद, अवनीश सहित अन्य उपस्थित रहे।