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संचारी रोग का उत्तम उपाय साफ-सफाई: डाॅ. राजेन्द्र कपूर

स्वास्थ्य विभाग व सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च सीफार की हुई कार्यशाला

अयोध्या । संचारी रोग से बचाव के लिए सफाई के साथ खाना खाने के पहले स्वयं सहित बच्चों के हाथ साबुन से अवश्य धुलवाएं। बचाव के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में आशा व आंगनबाडी लोगों को जागरूक करेंगी यदि बुखार से कोई भी पीडित होता है तो उसको तत्काल सरकारी अस्पताल में ही लें जाएं। उक्त बातें अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अयोध्या मंडल डॉ राजेन्द्र कपूर ने शाने अवध सभागार में आयोजित स्वास्थ्य विभाग एवं सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च सीफार के संयुक्त रूप से आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इसकी रोकथाम के लिए आगे बहुत कुछ करना है। बरसात के मौसम में प्रतिवर्ष संचारी रोग जैसे दिमागी बुखार, चिकुनगुनिया, मलेरिया व फाइलेरिया तेजी से पांव पसारता है! इसकी चपेट में आने से बच्चें व अन्य काल के गाल में असमयिक समा जाते हैं! इसकी रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करना होगा और लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। इस मौके पर विशिष्ठ अतिथि के रूप में मौजूद मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हरिओम श्रीवास्तव ने कहा कि संचारी रोगों को फैलने से रोकने के लिए 12 विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इसमें ग्राम प्रधान की भी प्रमुख भूमिका है। क्योंकि गांवों में स्वच्छता अनिवार्य रूप से होना है! इसके साथ ही बुखार, मलेरिया सहित कोई भी रोग जो संचारी की श्रेणी में आता है और इससे कोई भी बीमार होता है तो उसे प्रधान सरकारी अस्पताल तक पहुचाएंगे! कर्यक्रम की शुरूआत में आए हुए अतिथियिं का बुकें देकर स्वागत किया गया, इसके पश्चात सीफार के स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर लोकेशकांत त्रिपाठी ने कार्यशाला के उददेश्य के बावत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गर्भवस्था से लेकर बच्चों के किशोरावस्था के बीच स्वास्थ्य विभाग की क्या उपयोगिता है इसके बारे में विधिवत जानकारी दी। डीपीएम राम प्रकाश पटेल ने विभाग के मातृ-शिशु मृत्युदर के आंकडों के बारे में जानकारी दिया। जिले में तीन एफआरयू संचालित किया गया है। इसके अलावा एसएनसीयू, कंगारूमदर केयर, मेडिकल कॉलेज, प्रसव, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृत्व वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर आदि योजनाओं के बारे में विधिवत जानकारी दी इसके साथ परिवार कल्याण के विभिन्न आधुनिक साधन अंतरा और छाया के बारे में जानकारी दी। डीटीओ ने बताया कि 2025 तक टीबी मुक्त देश बनाएं जाने के क्रम में जानकारी देते हुए बताया कि दो सप्ताह अधिक समय तक बुखार व खांसी आने पर टीबी के लक्षण हो सकते हैं। टीबी की जांच के लिए सीबीनॉट मशीन जिले में उपलब्ध है। इस मौके पर अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अयोध्या मंडल डा. राजेन्द्र कपूर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सीबी द्विवेदी, डीटीओ डा. अजय मोहन, डीपीएम जिला मलेरिया अधिकारी एमए खान, राम प्रकाश पटेल , ड़ा. हम्माद आदि मौजूद थे।

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