विद्युत आपूर्ति बहाल होने से जगमगाया शहर और गांव
अयोध्या। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के विघटन और निजीकरण को लेकर बिजली कर्मियों का कार्य बहिष्कार मंगलवार देर शाम शासन की ओर से प्रक्रिया 3 माह के लिए स्थगित किए जाने के लिखित समझौते के बाद खत्म हो गया। कार्य बहिष्कार खत्म हुआ तो कर्मचारी काम पर लौटे और शहर से गांव तक बिजली आपूर्ति बहाल होने के चलते जगमगा गये।आम जन ने राहत की सांस ली।
बिजली कर्मियों ने सोमवार सुबह से ही पावर कारपोरेशन के विघटन और निजी करण को लेकर अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू किया था। हालांकि सोमवार को आमजन को इतनी समस्या का एहसास नहीं हुआ जितना मंगलवार को हुआ। कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन शहर से गांव तक तमाम क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रही। लाइट, पंखा समेत तमाम उपकरण ठप्प पड़ गए। शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन की ओर से विद्युत आपूर्ति बहाल रखने के लिए बड़े दावे किए गए थे लेकिन प्रशासन के दावे हवा हवाई हो गए। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आंदोलित कर्मचारी संगठनों के नेताओं के साथ शासन की तीसरे दौर की वार्ता में शासन ने विघटन और निजीकरण के प्रस्ताव को 3 महीने के स्थगित करने की बात कही। दोनों पक्षों के लिखित सहमति के बाद प्रांतीय नेतृत्व में कार्य बहिष्कार वापस लेने का निर्णय लिया। नेतृत्व की सूचना पर हड़ताली कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार खत्म कर दिया। इसके बाद शहर से गांव तक विद्युत आपूर्ति को सुचारू करने की कवायद शुरू हो गई है।ज्यादातर इलाकों में विद्युत की आपूर्ति बहाल हो गई है। शेष अन्य इलाकों में फाल्ट और खामियों को दूर कराया जा रहा है। स्थानीय कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के संयोजक पंकज तिवारी का कहना है कि सरकार ने कर्मचारियों की मांग मान ली है जिसके चलते कार्य बहिष्कार वापस लिया गया है। सरकार अपने वादे पर खरी न उतरी तो फिर से आंदोलन किया जाएगा।