कालातीत पालिसियों के लिए एलआईसी चला रहा विशेष पुनर्चलन अभियान
अयोध्या। भारतीय जीवन बीमा निगम मंगलवार को अपने स्थापना के 64 वर्ष पूर्ण कर 65वें वर्ष में प्रवेश कर गया। इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल प्रबंधक मनोज अत्रिशि, विपणन प्रबंधक डी.के. पांडेय, प्रबंधक(ग्रा.स.वि) के.के. शर्मा व प्रबंधक (दावा ) हीरा सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि देश के एक प्रमुख वित्तीय संस्थान के रूप में एल.आई.सी. ने जीवन बीमा के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन किया है।
वरिष्ठ मंडल प्रबंधक ने बताया कि एलआईसी के फैजाबाद मण्डल कार्यालय ने 2019-20 में कुल 293206 पालिसी के अन्तर्गत कुल 477.91 करोड का व्यवसाय हुआ। इस मण्डल ने वित्तीय वर्ष 2019-2020 में 243105 दावों का निस्तारण करते हुए कुल रू0 87447.80 लाख का भुगतान किया है। फैजाबाद मण्डल में डिजिटल तकनीक का प्रयोग करते हुए इस वित्तीय वर्ष में जुलाई,2020 तक कुल 8.79 लाख ट्रांजेक्शन के साथ 449.29 करोड प्रीमियम अपने वैकल्पिक तकनीकी साधनों से जमा किया ह,ै जो कुल ट्रांजेक्शन का 70.53 प्रतिशत एवं कुल प्रीमियम का 64.54 प्रतिशत है। मण्डल ने कुल 47.45 प्रतिशत चालू पालिसियों मे ग्राहकों का मोबाइल नं0 दर्ज कर लिया है। अन्य पालिसियों में मोबाइल न0 दर्ज करने हेतु हमारा मण्डल प्रयासरत है ताकि पालिसीधारकों को उनको सेवा सम्बन्धी एमएमएस मिल सके। पालिसीधारकों को अपनी पालिसी के अन्तर्गत मोबाइल नं0, ई-मेल, नेफट, (बैंक खाते का विवरण आदि का विवरण दर्ज करने हेतु निगम ने ऑनलाइन सेवा भी उपलब्ध करायी है। पालिसीधारकों के षिकायतों के निस्तारण में भी मण्डल ने स्थापित मानदण्ड के अनुसार कार्य करते हुए उनकी शिकायतों का त्वरित एवं संतोषजनक निस्तारण किया है। वर्तमान में पालिसीधारकों की कालातीत पालिसियों के पुनर्चलन हेतु निगम ने एक विशेष पुनर्चलन अभियान 09 अक्टूबर 2020 तक चला रखा है जिसमें पालिसिधारकों को अधिकतम रू0 2500/- तक ब्याज में छूट प्रदान की जा रही है। इस अभियान के अन्तर्गत अबतक 18808 पालिसियों का पुनर्चलन किया जा चुका है। निगम अपने ग्राहकों को त्वरित सेवा देने में उनके सुझावों का सदैव स्वागत करता है तथा सभी बीमाधारकों से यह अनुरोध है कि एल.आई.सी. द्वारा उपलब्ध सभी डिजीटल संसाधनों का उपयोग करें। एल.आई.सी ने अपने ग्राहकों की सुविधा के लिये प्रीमियम भुगतान हेतु कई प्रकार के डिजिटल प्लेट्फॉर्म्स उपलब्ध कराये हैं । पेटीएम, फोन-पे गूगल-पे ऐसे ही कुछ नये माध्यम हैं । डिजिटल माध्यमों से रिन्युअल प्रीमियम कलेक्शन का आंकडा 40.23 प्रतिशत के सर्वोच्च स्तर पर है । अपनी कार्पोरेट वेबसाइट पर ऑन-लाइन विजिटर्स की सुविधा हेतु एल.आई.सी. ने एक चैट्बोट एलआईसी मित्र उपलब्ध कराया है जो कि विभिन्न प्रकार के प्लॉन्स के विक्रय एवं सेवाओं से संबंधित प्रश्नों के उत्तर देनें में सक्षम हैं । एल.आई.सी ने अपनें सामाजिक दायित्वों की पूर्ति हेतु वर्ष 2006 में एल.आई.सी गोल्डेन जुबली फॉउंडेशन की स्थापना की थी. फॉउंडेशन का मुख्य उद्देश्य सामान्य जन सुविधाओं एवं शिक्षा में अभिवृद्धि करना एवं चिकित्सा, भुखमरी एवं गरीबी में राहत पहुंचाना है फॉउंडेशन ने स्थापना से अब तक 543 प्रोजेक्ट्स के माध्यम से उपरोक्त उद्देश्यों को समर्पित एनजीओ को सहायता प्रदान की है।