पेड़ की चपेट में आने से छप्पर टीनशेड व दीवार गिरी
रूदौली। बिना किसी प्रकार का आंधी तूफान भी नही आया और एक भीमकाय करीब 150 साल पुराना नीम का पेड़ मंगलवार की दोपहर अचानक धरासाई हो गया। जिसकी चपेट में आकर दो ग्रामीणों के छप्पर,टीन शेड टूट गए एक घर की दीवार गिर गई तो वही एक ग्रामीण की छत भी क्षतिग्रस्त हो गई। साथ ही पास से गुजरी विद्युत केबल और एक पोल भी टूट गया जिससे विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई। हालांकि गनीमत रही कि कोई जनहानि नही हुई।
जानकारी के मुताबिक मवई थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव में मंगलवार की दोपहर करीब 12 बजे काशी दास बाबा के नाम से प्रसिद्ध देवस्थान पर लगा करीब 150 साल पुराना नीम का पेड़ अचानक धरासाई हो गया।ग्रामीणों ने बताया कि गनीमत यह रही कि पेड़ गिरने के दौरान करीब 10 मिनट का समय लग जिससे उसके नीचे बैठे लोग अपने के बचाते हुए दूर हट गए लेकिन पेड़ की चपेट में आकर रामनेवल का छप्पर टूट गया और उसके नीचे लगी चारा मसीन टूट गई।वही जगनारायण का टीन शेड क्षतिग्रस्त हो गया।रामकेवल रावत की कच्ची दीवार पर पेड़ गिरने से दीवार धरासाई हो गई।वही पास में ही स्थित शिवराम की छत पर भी पेड़ की एक डाल टूट कर गिरी जिसके बाद उनकी छत में दरार पड़ गई है।वही एक विद्युत पोल और केबल टूट जाने से आपूर्ति बाधित हो गई है,और मलबा पड़ा होने की वजह से रास्ता बाधित हो गया है।ग्रामीणों ने बताया कि काशी दास बाबा की कृपा रही कि कोई जनहानि नही हुई।इस बात को लेकर ग्रामीण बेहद खुश है और घण्टो बाबा के जयकारे लगाते रहे।लोगो ने बताया कि इसी महीने में पिछले साल भी पेड़ का आधा हिस्सा गिरने की वजह से उसके नीचे संतोष गुप्ता का लड़का फंस गया था जिसका पैर टूट गया था।लेकिन इस बार किसी को कोई खरोच तक न आई।ग्रामीणों ने प्रशासन से दैविक आपदा से सहायता की मांग की है।हालांकि सूचना के बावजूद देर शाम तक कोई भी सरकारी कर्मचारी मौके पर नही पहुच सका था।वही तहसीलदार रुदौली शिवप्रसाद ने बताया कि मामले की सूचना मिली है।कोई जनहानि नही हुई है।देखते है जिन लोगो का नुकसान हुआ है उन्हें अहेतुक सहायता दिलाने का प्रयास किया जाएगा।