चार दिनों में रूदौली सीएचसी पर आये आधा दर्जन मरीज, एक की मौत
रूदौली। बारिश का मौसम आते ही सांप अपने बिलों से बाहर आकर सुरक्षित जगह की तलाश में निकलते हैं और घरों में घुसकर लोगों को डंसने लगते हैं। हालांकि इस तरह के मामले ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक देखने को मिलते हैं। हर साल बरसात के दिनों में सर्पदंश के मामलों का ग्राफ बढ़ने लगता है। पिछले चार दिनों में रूदौलो सामुदायिक केंद्र पर सर्प दंश के आधा दर्जन मरीज अस्पताल आये जिसमे से एक महिला की मौत की भी खबर है। गुरुवार को भी अस्पताल में दो मरीज सुबह सुबह ही सर्प दंश का शिकार होकर अस्पताल पहुचे ।जिनका इलाज चल रहा है हलाकि की दोनो मरीज खतरे से बाहर बताए जा रहे है ।जानकारी के अनुसार जखवा मजरे कोटिया अमानीगंज निवासी ललिता पत्नी वीरेंद्र कुमार सुबह सुबह घर पर रसोई में खाना बनाने जा रही थी इस दौरान उसे सांप ने डस लिया परिजनों ने आनन फानन में सीएचसी रूदौली में भर्ती कराया जहा महिला का इलाज चल रहा है ।वही दूसरा केस रंजीत का पुरवा मजरे पिरखौली निवासी राकेश कुमार का 13 वर्षीय पुत्र शिवा घर के पीछे लगे जामुन के पेड़ के नीचे जामुन खाने के लिए गया जहाँ कुंडली मारे बैठे सांप ने पैर में डस लिया ।पिता राकेश अपने निजी साधन से सीएचसी रूदौली लेकर पहुचे जहाँ बालक का इलाज चल रहा है। अस्पताल के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो बीते चार दिनों दिनों में सर्पदंश के पीड़ितों में तेजी से इजाफा हुआ है।जिसमे करिया का पुरवा निवासी लीलावती पत्नी वीर बहादुर , राजू पुत्र चंद्रिका निवासी मेंहनौरा कोतवाली रूदौली ,राधा पुत्री शत्रुहन ग्राम बतौली कोतवाली रूदौली शामिल है ।जिनमें से करिया का पुरवा निवासी लीलावती की जिला अस्पताल ले जाते समय मौत की खबर है। चिकित्सकों का कहना है कि बरसात आते ही सर्प दंश के मामले बढ़ते है। इन दिनों में उनके घर श्बिलोंश् में पानी घुस जाने के कारण वह लोगों के घरों में प्रवेश करते है।रूदौली सीएच सी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ पीके गुप्ता ने बताया कि सांप हमारे देश मे दो तरह के पाए जाते है एक जहरीले और दूसरा जिसमे जहर नही होता है ।सांप काटने के बाद व्यक्ति को बिल्कुल घबराना नही चाहिए बल्कि जहां साँप ने काटा है उस स्थान से लगभग 5 सेमी ऊपर किसी गमछे या रुमाल से बांध देना चाहिए और चीरा बिलकुल नही लगाना चाहिये।मरीज को टहलना बिल्कुल नही चाहिए।