पीएमओ से शिकायत भी बेअसर
अयोध्या। कायदे कानून को ताख पर रख हठवादिता के चलते जिला प्रशासन बीते एक साल से स्वतंत्रता सेनानी वंशज प्रमाण पत्र निर्गत नहीं कर रहा है जिससे सेनानी के आश्रित सरकार प्रदत्त विभिन्न सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं।
प्रकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगवती प्रसाद निवासी तेलीटोला से सम्बन्धित है। उनकी पुत्री किरन द्विवेदी पत्नी दीप नरायन द्विवेदी व सेनानी की नातिन अनुभव द्विवेदी, एकता द्विवेदी, अनुष्का द्विवेदी ने 29 मई 2018 को नियमानुसार जिलाधिकारी को सेनानी वंशज प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन जमा किया था। आवेदन के साथ बयान हेल्फी, सम्बन्ध प्रमाण पत्र, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कल्याण परिषद द्वारा सेनानी पत्नी का जारी परिचय पत्र व आधार कार्ड भी जमा किया गया। जिलाधिकारी ने प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसीलदार सदर को आदेश निर्गत किया था लेखपाल सेनानी वंशज होने की आख्या जारी करने में लगातार हीलाहवाली करता रहा है। दूसरी ओर इस मामले को सम्बधित लिपिक ने भी अर्से से दबा रखा है। सेनानी पुत्री किरन द्विवेदी ने 25 मई 2019 को जिलाधिकारी से मिलकर पुनः लिखित निवेदन किया तथा उसकी प्रतिलिपि प्रधानमंत्री को भी भेजा है। इसके बावजूद भी प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया तहसील प्रशासन द्वारा नहीं शुरू की गयी। जिला प्रशासन द्वारा प्रमाण पत्र न निर्गत होने की दशा में सेनानी पुत्री किरन द्विवेदी ने पीएमओ के पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करायी है।
बताते चलें कि स्वतंत्रता सेनानी भगवती प्रसाद की अन्य पुत्रियों और उनके वंशजों को तहसील प्रशासन ने इसके पूर्व प्रमाण पत्र जारी किया था। सेनानी पुत्री किरन द्विवेदी प्रकरण में प्रशासन प्रमाण पत्र निर्गत क्यों नहीं कर रहा है यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है।